अब खेलों के जरिए प्राधिकरण राजस्व में करेगा बढ़ोतरी
प्राधिकरण खेलों के जरिए अपने राजस्व में बढ़ोतरी करने जा रहा है

नोएडा। प्राधिकरण खेलों के जरिए अपने राजस्व में बढ़ोतरी करने जा रहा है। इसके लिए नोएडा स्टेडियम में होने वाले सभी खेलों के लिए कोचेस द्वारा दी जाने वाली मंथली फीस को बढ़ा दिया गया है। प्रति खेल फीस को बढ़कार दो गुना तक कर दिया गया है।
इससे प्राधिकरण को सालाना कई करोड़ रुपए राजस्व में बढ़ोतरी होगी। वहीं महीने वार यह बढ़ोतरी गत वर्ष की तुलना में दोगुना से ज्यादा है। हालांकि इसका बोझ सिर्फ कोचेस को नहीं बल्कि यहा खेल सीखने आ रहे हजारों छात्रों के अभिभावकों की जेब पर भी पड़ेगा। फिलहाल तीन महीने के लिए अस्थाई तौर पर कोचेस की भर्ती की गई है। इसके बाद निविदा प्रक्रिया द्वारा प्राधिकरण खेलों को नियमित किया जाएगा।
नोएडा स्टेडियम में शहर के लोगों के लिए चिम, स्केवैश, लान टेनिस, बैडमिंटन, गोल्फ, टेबिल टेनिस, कराटे, फुटबाल, डांसिंग, बास्केट बॉल, स्केट की व्यवस्था है। मार्च में इन खेलों के लिए नियुक्त कोचेस का कार्यकाल पूरा हो गया। नए कोचेस व एजेंसी की निविदा प्रक्रिया द्वारा पूरी की जाएगी। इसके लिए अप्रैल के अंत तक प्रक्रिया होगी। हालांकि यहा खेल सीखने आए लोगों के लिए दिक्कत न हो लिहाजा प्राधिकरण ने तीन महीने के लिए अस्थाई कोचेस की व्यवस्था भी की है।
इन कोचेस को भी बढ़ी फीस प्राधिकरण को देनी होगी। वहीं, नोएडा स्टेडियम में इन खेलों के अलावा पहली बार तीरनदाजी भी शुरू की जा रही है। इसके लिए नए प्रशिक्षु रखे गए है। तीन महीने अस्थाई व्यवस्था के बाद निविदा के जरिए इनको स्थाई कोचेस की व्यवस्था की जाएगी। यह कार्य एजेंसी द्वारा किया जाएगा।
प्राधिकरण के राजस्व में होगा फायदा
नई नीति व दरे लागू होने से प्राधिकरण को गत वर्षों की तुलना में दो गुना राजस्व में बढ़ोतरी होगी। इससे नोएडा स्टेडियम में सुविधाओं का बढ़ावा मिलेगा। आंकड़ों पर गौर करे तो गत वर्ष प्रति माह 4 लाख 60 हजार रुपए बतौर फीस के रूप में मिलता था। लेकिन वर्तमान दर लागू होने के बाद प्राधिकरण को प्रतिमाह 10 लाख 60 हजार रुपए मिलेगा। बताते चले कि नोएडा स्टेडियम में जल्द इंडोर स्टेडियम का काम पूरा कर लिया जाएगा।
यहा शूटिंग रेंज भी बनाई जा रही है। ऐसे में खेलों के जरिए प्राधिकरण अपने राजस्व बढ़ोतरी करने में लगा है। स्टेडियम में बेहतर सुविधाओं के चलते अभिभावक बच्चों को यहा खेल सिखाते है। इसके लिए बतौर प्रति माह फीस चुकानी पड़ती है।
जाहिर है यदि कोचेस पर फीस का भार बढ़ा है तो यहा सीखने आने वाले छात्रों की फीस में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है। ऐसे में अभिभावकों को डबल भार झेलना पड़ेगा।


