अब सरकारी स्कूल के बच्चे अंग्रेजी में करेंगे बात
प्राथमिक सरकारी पाठशाला में अगर बच्चे अंग्रेजी के शब्द गलत बोलेंगे तो अध्यापक उन्हें प्रोत्साहित करेगा

पलवल। प्राथमिक सरकारी पाठशाला में अगर बच्चे अंग्रेजी के शब्द गलत बोलेंगे तो अध्यापक उन्हें प्रोत्साहित करेगा। विद्यालय शिक्षा निदेशालय के आदेश पर प्राथमिक पाठशालाओं में कार्यक्रम लागू किया गया है ताकि बच्चों को अंग्रेजी भाषा से लगाव हो सकें। वे अंग्रेजी को व्यवहार का हिस्सा बना सकें।
अंग्रेजी भाषा का स्तर सुधारने के लिए निदेशालय ने पहली से 5वीं तक 20-20 शब्दों की सूची जारी की है। जिन्हें प्राथमिक शिक्षक स्वयं बोलकर बच्चों को उसी तरह बोलने के लिए प्रेरित करेंगे। विद्यार्थियों की कार्य पुस्तिका में शब्दों को नोट करवाएंगे। टीचर को ही यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यार्थी आम बोलचाल में शब्दों का प्रयोग करें।
निदेशालय के आदेशों के अनुसार सरकारी पाठशालाओं के अध्यापक अंग्रेजी में बोलते नजर आएंगे ताकि बच्चों का अंग्रेजी से जुड़ाव हो सके। निदेशालय के अनुसार भाषा सुनने से ही बोलना आती है। इसलिए अगर कोई बच्चा उपरोक्त शब्दों पर गलत प्रतिक्रिया देता है तो अध्यापक उसे प्रोत्साहित करेगा।
बाद में उस प्रतिक्रिया को सही करेगा। इससे अन्य विद्यार्थियों में भय दूर होगा कि गलत प्रतिक्रिया देने पर शिक्षक से प्रताड़ित नहीं होना पड़ेगा। निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अध्यापकों के जरिए उपरोक्त कार्यक्रम को प्रतिदिन पाठशालाओं में लागू करवाएं। ताकि विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़े, साथ में अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ बने।


