बेनामी संपत्ति के मामले में भी अब आधार का उपयोग किया जाएगा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम आदमी के जीवन में 'अपरिवर्तनीय बदलाव' लाने के लिए आधार को एक प्रमुख शक्ति बताते हुए गुरुवार को कहा कि बेनामी संपत्ति के मामले में भी अब आधार का उपयोग किया जाएगा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम आदमी के जीवन में 'अपरिवर्तनीय बदलाव' लाने के लिए आधार को एक प्रमुख शक्ति बताते हुए गुरुवार को कहा कि बेनामी संपत्ति के मामले में भी अब आधार का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा, "आधार को मोबाइल और जन-धन से जोड़कर हमने एक ऐसी प्रणाली बनाई है, जिसकी कुछ साल पहले कल्पना नहीं की जा सकती थी।"
आधार के साथ मोबाइल और जनधन की ताकत जुड़ जाने से एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण हुआ है, जिसके बारे में कुछ साल पहले तक सोचा भी नहीं जा सकता था। पिछले 3 वर्षों में आधार की मदद से करोड़ों फर्जी नाम सिस्टम से हटाए गए हैं। अब बेनामी संपत्ति के खिलाफ भी ये एक बड़ा हथियार बनने जा रहा है: PM
— PMO India (@PMOIndia) November 30, 2017
मोदी ने हिंदुस्तान टाइम्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले तीन सालों में आधार की मदद से करोड़ों फर्जी नामों को प्रणाली से हटा दिया गया है। अब यह बेनामी संपत्ति के खिलाफ बड़ा हथियार बनने वाला है।"
ऐसे ही एक Irreversible Change को आधार नंबर से मदद मिल रही है। आधार एक ऐसी शक्ति है जिससे ये सरकार गरीबों के अधिकार को सुनिश्चित कराना चाहती है। सस्ता राशन, स्कॉलरशिप, दवाई का खर्च, पेंशन, सरकार की तरफ से मिलने वाली सब्सिडी, गरीबों तक पहुंचाने में आधार की बड़ी भूमिका है: PM
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उन्होंने कहा कि देश ने नोटबंदी के बाद व्यवहारिक परिवर्तन देखा है, जिसने 'स्वच्छ और स्वस्थ अर्थव्यवस्था' बनाने में मदद की।
Demonetisation के बाद देश में behavioural change आया है। स्वतंत्रता के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब भ्रष्टाचारियों को कालेधन के लेन-देन से पहले डर लग रहा है। उनमें पकड़े जाने का भय आया है। जो कालाधन पहले पैरेलल इकॉनॉमी का आधार था, वो Formal Economy में आया है: PM @narendramodi
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मोदी ने आगे कहा, "आजादी के बाद पहली बार भ्रष्टाचारी लोग काले धन के लेन-देन से डरे हैं। वे पकड़े जाने से डरते हैं। काला धन जो पहले समानांतर अर्थव्यवस्था का आधार था, अब औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन गया है।"
मोदी ने आधार की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा, "अपरिवर्तनीय बदलाव को आधार से बढ़ावा मिल रहा है। आधार ऐसी शक्ति है, जिसके माध्यम से यह सरकार गरीबों के अधिकारों को सुनिश्चित करना चाहती है। यह सब्सिडी वाले राशन, छात्रवृत्ति, दवाइयों, पेंशन और अन्य सरकारी सब्सिडी प्रदान करने में भी बड़ी भूमिका निभा रहा है।"
उन्होंने कहा कि जिस दिन देश डिजिटल के जरिए अधिकतम लेनदेन अपनाएगा, "संगठित अपराध कुछ हद तक समाप्त हो जाएगा।"
जिस दिन देश में ज्यादातर खरीद-फरोख्त, पैसे के लेन-देन का एक Technical और Digital Address होने लग गया, उस दिन से Organised Corruption काफी हद तक थम जाएगा। मुझे पता है, इसकी मुझे राजनीतिक तौर पर कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन उसके लिए भी मैं तैयार हूं: PM @narendramodi
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मोदी ने कहा कि 'बड़े परिवर्तन' आसानी से नहीं आते हैं और इसके लिए 'पूरे तंत्र को प्रयास करने की जरूरत है।' मोदी ने कहा, "हम व्यापार रैंकिंग में अपना स्थान 142 से 100 आसानी से कर सकते हैं, लेकिन तभी जब हम बड़े परिवर्तन के लिए पहल करते हैं।"
बड़े और स्थाई परिवर्तन ऐसे ही नहीं आते उसके लिए पूरे सिस्टम में बदलाव करने पड़ते हैं। जब ये बदलाव होते हैं तभी देश सिर्फ तीन साल में Ease Of Doing Business की रैकिंग में 142 से 100 पर पहुंच जाता है: PM @narendramodi
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