अब बेटियां बोझ नहीं, वरदान हैं : शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर महिलाओं और बेटियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं के कारण कभी बोझ माने जाने वालीं बेटियां अब वरदान बन गयी हैं

निवाड़ी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर महिलाओं और बेटियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं के कारण कभी बोझ माने जाने वालीं बेटियां अब वरदान बन गयी हैं।
श्री चौहान ने निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में लाड़ली बहना सम्मेलन और मुख्यमंत्री आवासीय भू अधिकार वितरण समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बहनें अब स्वयं और परिवार की तकदीर और प्रदेश की तस्वीर बदल रही हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या-विवाह-निकाह योजना, स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस और शिक्षकों की भर्ती में महिला आरक्षण, आजीविका मिशन, स्टाम्प शुल्क में बहनों के लिये छूट और अब लाड़ली बहना जैसी योजनाओं से यह सब संभव हो पाया है।
श्री चौहान ने इस अवसर पर 95 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। उन्होंने मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना और लाड़ली बहना योजना के प्रमाणपत्र भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना, बहनों की जिंदगी बदलने की योजना है। योजना में आगामी 10 जून से हर माह की 10 तारीख को बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपये की राशि आएगी। आजीविका मिशन में महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि हर बहन को माह में कम से कम 10 हजार रुपये की आमदनी हो। हर गाँव में लाड़ली बहना सेना बनाई जा रही है, जो महिला कल्याण के कार्यों को आगे बढ़ायेगी। छोटे गाँव में 11 और बड़े गाँव में 21 सदस्यों की लाड़ली बहना सेना बनेगी।
श्री चौहान ने कहा कि बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। हर हाथ को उसकी योग्यता के अनुसार काम मिलेगा। प्रदेश में आज से युवाओं के लिये मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना शुरू की जा रही है। मंत्रिपरिषद ने आज योजना को स्वीकृति दी है। योजना में 12वीं पास और उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को उनकी योग्यता के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिये जाने के साथ 8 से 10 हजार रुपये प्रति माह मानदेय प्रदान किया जायेगा। इसके बाद उन्हें स्थाई रोजगार मिलेगा। योजना में 700 कार्य चिन्हित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में हर गरीब को रहने के लिये जमीन मिलेगी और उस पर मकान भी सरकार बनवायेगी। पृथ्वीपुर की धरती पर ही हमने इसका आगाज किया था। आज यहाँ 2705 व्यक्तियों को आवासीय भू-अधिकार पट्टे दिये गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर घर तक नल द्वारा जल पहुँचाने की योजना पूर्णता की ओर है। निवाड़ी जिले में 11 गाँव अभी शेष हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इस माह के अंत तक हर घर में पाइप-लाइन के जरिए नल से जल पहुँचाया जाए।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अधिकारी और जन-प्रतिनिधि गाँव-गाँव जाकर जनता की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर रहे हैं तथा उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बिजली की समस्या के समाधान के लिये हर गाँव में विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिये।
उन्होंने घोषणा की कि आगामी जुलाई माह से ओरछा में कॉलेज खुल जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले के जेर में औद्योगिक क्षेत्र बन रहा है, जहाँ कारखाने लगाये जायेंगे। इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा।
इसके पहले श्री चौहान हेलीपेड से कार्यक्रम स्थल तक बहन श्रीमती गायत्री केवट द्वारा संचालित ई-रिक्शे में बैठकर पहुँचे। उनके साथ लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव भी थे। श्रीमती रेखा अहिरवार और श्रीमती निर्मला कुशवाह ई-रिक्शा चला रही थीं, जिनमें अन्य अतिथि बैठे थे। मुख्यमंत्री ने बहनों के कार्य के प्रति इस जज्बे को सलाम किया और उन्हें शुभकामनाएँ और आशीर्वाद दिया।
श्री चौहान ने कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ब्याज माफी योजना-2023 में किसान काशीराम अहिरवार और मथुरा केवट के ब्याज माफी योजना के फार्म भरवाये। श्री काशीराम का 22 हजार 404 रुपये और श्री मथुरा केवट का 21 हजार 319 रुपये का ब्याज माफ किया गया।


