वकील और सामाजिक कार्यकर्ता की मौत पर अधिकारियों को नोटिस जारी
गोवा मानवाधिकार आयोग ने एक वकील और सामाजिक कार्यकर्ता की मौत को लेकर बुधवार को राज्य के शीर्ष अधिकारियों को नोटिस जारी किया
पणजी। गोवा मानवाधिकार आयोग ने एक वकील और सामाजिक कार्यकर्ता की मौत को लेकर बुधवार को राज्य के शीर्ष अधिकारियों को नोटिस जारी किया। वकील को पिछले सप्ताह अदालत में दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई थी।
एयर्स रॉड्रिग्स ने मानवाधिकार आयोग से अपनी अर्जी में कहा है कि आपात सुविधाओं की बद्तर हालत वकील सतीश सोनक की मौत का कारण बनी, जिसके बाद राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य ए.डी.सालकर तथा जे.ए.केनी ने राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक तथा स्वास्थ्य विभाग के प्रमुखों को नोटिस जारी करते हुए चार सप्ताह के अंदर जवाब मांगा।
रॉड्रिग्स ने अर्जी में कहा है, "पणजी के पत्तो प्लाजा स्थित अदालत परिसर में जिस वक्त सोनक को दिल का दौरा पड़ा, 108 आपात एंबुलेंस सेवा को वहां पहुंचने में 45 मिनट का वक्त लगा। आपात एंबुलेंस में जीवन रक्षक उपकरण नहीं थे। अगर एंबुलेंस समय पर पहुंचता और उसमें सुविधाएं होतीं तो सोनक की जान बच सकती थी।"
रॉड्रिग्स ने आयोग से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आधारभूत मानवाधिकार उपलब्ध कराने में कोई चूक न हो, ताकि किसी की जान न जाए और लोग, परिवार तथा समाज त्रासदी का शिकार न हो।


