सामूहिक बलात्कार मामले में हरियाणा पुलिस को नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुड़गांव में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में शहर के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुड़गांव में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में शहर के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने दिल्ली तथा फरीदाबाद के पुलिस आयुक्तों और नोएडा तथा गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से भी छह सप्ताह में सुझाव मांगे हैं कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए क्या कोई संयुक्त योजना बनायी जा सकती है।
आयोग ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं से यह स्पष्ट हो जाता है कि पुलिस द्वारा रात में पर्याप्त गश्त नहीं लगायी जा रही है। उसने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया है कि वह नागरिकों विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए किये जा रहे उपायों का चार सप्ताह के भीतर ब्योरा दें।
आयोग का कहना है कि वैसे इस मामले में कोई सरकारी अधिकारी सीधे तौर पर शामिल नहीं है लेकिन मीडिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र विशेष रूप से नोएडा , फरीदाबाद और गुड़गांव में भय, असुरक्षा और अनिश्चितता का माहौल है। उसका कहना है कि नागरिकों विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है । सुरक्षा एजेन्सियों द्वारा इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठाये जाने की जरूरत है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार गत 29 मई की रात गुड़गांव में एक महिला की अपने पडोसियों के साथ कुछ कहा सुनी हो गयी । इसके बाद वह अपने पिता के घर के लिए रवाना हो गयी। राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर उसे एक ट्रक ड्राईवर ने लिफ्ट दी ।
ड्राईवर ने उसे परेशान करने की कोशिश की तो वह ट्रक से उतर गयी। इसके बाद एक मैजिक वेन के चालक और उसमें सवार लोगों ने उसे अपने साथ बैठा लिया और उसके साथ बलात्कार किया। इन लोगों ने उसकी बच्ची को छीन लिया और बच्ची के मुंह को दबा दिया जिससे वह चिल्ला न सके। भागने से पहले इन लोगों ने बच्ची को सडक पर फेंक दिया जिससे उसके सिर में चोट लग गयी।
अपनी घायल बच्ची को गोद में लिये यह महिला पैदल चलते - चलते एक फैक्ट्री के पास पहुंची जहां गार्ड ने उसे सुबह होने का इंतजार करने को कहा । सुबह होने पर डॉक्टर को बच्ची को दिखाये जाने पर पता चला कि उसकी मौत हो गयी है। इसके बाद महिला मृत बच्ची को गोद में लिये हुए मेट्रो में बैठकर तुगलकाबाद अपने पिता के घर पहुंची जहां एक अन्य डॉक्टर ने भी उसे बताया कि उसकी बच्ची की मौत हो गयी है। इसके बाद महिला ने गुड़गांव वापस आकर घटना के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज करायी।


