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तेलंगाना में बीआरएस के बदले कांग्रेस के सत्ता में आने से कुछ नहीं बदलने वाला : पीएम मोदी

तेलंगाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित हुए कहा कि अगर भारत राष्ट्र समिति की जगह कांग्रेस सत्ता में आई है, इससे कुछ नहीं बदलने वाला है

तेलंगाना में बीआरएस के बदले कांग्रेस के सत्ता में आने से कुछ नहीं बदलने वाला : पीएम मोदी
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आदिलाबाद (तेलंगाना)। तेलंगाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित हुए कहा कि अगर भारत राष्ट्र समिति की जगह कांग्रेस सत्ता में आई है, इससे कुछ नहीं बदलने वाला है।

उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ही पार्टियां एक जैसी हैं। उन्होंने कहा कि बेशक तेलंगाना राष्ट्र समिति अब भारत राष्ट्र समिति में तब्दील हो चुकी हो, लेकिन उसकी प्रवृत्ति में किसी भी प्रकार का परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है। कांग्रेस भारत राष्ट्र समिति की जगह सत्ता में आई है, तब भी राज्य में किसी भी प्रकार का परिवर्तन देखने को नहीं मिलेगा।

प्रधानमंत्री तेलंगाना और अन्य राज्य में 56 हजार करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद महाराष्ट्र की सीमा से लगे कस्बे में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे।

दिसंबर 2023 में तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार आने के बाद यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस राज्य की पहली जनसभा थी।

प्रधानमंत्री ने कहा, "तेलंगाना के लोगों ने इस बात को महसूस किया है कि परिवारवादी पार्टियां अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन उनकी सोच एक जैसी है। उन्होंने कहा, "इन दलों की सामान्य सोच 'झूठ' और 'लूट' है।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने की जगह इनसे जुड़ी फाइलों को दबाने का काम किया। बीआरएस ने अपने शासनकाल के दौरान कामेश्वरम परियोजाएं जैसे कई घोटाले किए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेता गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। वंशवाद और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले अब भयभीत हैं।

प्रधानमंत्री ने अपनी जिंदगी को खुली किताब बताते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "जब से मैंने उनकी वशंवाद की राजनीति पर सवाल उठाए हैं, तब से वो कहते हैं कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। कल वो कह सकते हैं कि आप कभी-भी मामले में दोषी नहीं ठहराए गए हो, तो आप राजनीति में नहीं हो सकते।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग मुझे अपना समझते हैं और अपने परिवार के सदस्य की तरह मुझसे प्यार करते हैं। उन्होंने कहा, "मैंने बचपन में ही अपना घर छोड़ दिया था, ताकि मैं देश के लिए जी सकूं। मैंने फैसला किया था कि मैं अपने लिए कोई सपना नहीं देखूंगा, बल्कि आपके सपने के लिए काम करूंगा।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता उनका परिवार है। उन्होंने कहा कि देश के लोगों के हित के लिए काम करते रहेंगे। वहीं, भीड़ द्वारा उत्साहवर्धन नारों के बीच प्रधानमंत्री ने कहा, "इसलिए, आज पूरा देश कह रहा है कि मैं मोदी का परिवार हूं।"

कई विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "वह तेलंगाना में विकास के उत्सव में हिस्सा के लिए आए हैं।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग बाध्य होकर इसे आगामी चुनाव से जोड़ रहे हैं। उन्होंने पिछले 15 दिनों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में शुरू किए गए विभिन्न विकास कार्यक्रमों को सूचीबद्ध किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले 15 दिनों में दो आईआईटी, तीन आईआईएम और एक आईआईएस का उद्घाटन किया गया। उसी प्रकार से पांच एआईआईएमएस का उद्गाटन किया गया। इसके अलावा किसानों के लिए सबसे बड़ी परियोजना का लोकार्पण किया गया।"

इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने सभी मंत्रियों, सचिवों और उच्च अधिकारियों के साथ 'विकसित भारत निर्माण' को मूर्त रूप देने के मकसद के साथ मंत्रणा की।

उन्होंने कहा कि 15 लाख लोगों ने विकसित भारत संकल्प को लेकर अपना सुझाव साझा किया है। 3 लाख 75 हजार स्टेकहोल़्डर भी इससे जुड़े हैं और लगभग 3 हजार से भी अधिक बैठकें इसे लेकर हो चुकी हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए तेलंगाना के लोग भी इस बात को दोहरा रहे हैं कि अब की बार 400 पार।

पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण में तेलंगाना की जनता के उल्लेखनीय योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "मंदिर के सुनहरे दरवाजे हों या खंभे, तेलंगाना ने अपना योगदान दिया और इसके लिए पूरा देश तेलंगाना के लोगों को धन्यवाद दे रहा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के कई दशकों के बावजूद भी तेलंगाना के स्वतंत्रता सेनानियों को वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वो असल मायने में हकदार हैं, लेकिन 2014 के बाद जब से केंद्र में बीजेपी की सरकार है, तब से केंद्र ने तेलंगाना के विकास को प्राथमिकता की सूची में शीर्ष पर रखा।

जनजातियों के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाने के मुद्दे का जिक्र कर प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, "क्या कभी किसी ने इस बात की कल्पना की थी कि जनजाति समुदाय से आने वाली एक महिला एक दिन देश की राष्ट्रपति बनेगी? क्या कभी किसी ने इस बात की कल्पना की थी कि एक दिन भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एक बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।"

पीएम मोदी ने आदिवासियों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पीएम जनमन योजना पर 24,000 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे जिससे विकास से वंचित जनजातियों को लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा, "सम्मक्का सरक्का केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना भी तेलंगाना में की जाएगी। इसके अलावा राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की भी स्थापना की जाएगी।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "देश में स्थापित किए जा रहे सात मेगा टेक्सटाइल पार्कों में से एक तेलंगाना में बन रहा है।"

इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी, भाजपा महासचिव बंदी संजय, भाजपा ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के. लक्ष्मण, आदिलाबाद के सांसद सोयम बापू राव और अन्य नेता उपस्थित थे।


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