योग का धर्म से कोई लेना-देना नहीं : पिनराई विजयन
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज इस धााजरणा को खारिज कर दिया कि योग एक धार्मिक गतिविधि है

तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज इस धााजरणा को खारिज कर दिया कि योग एक धार्मिक गतिविधि है। उन्होंने कहा कि धर्म का इससे कोई लेना-देना नहीं है। विजयन ने यहां राज्य स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए यह टिप्पणी की।
विजयन ने कहा, "केरल के लोग खराब जीवनशैली के चलते बीमारियों से प्रभावित हैं और इसे रोकने के लिए योग करना सबसे अच्छा तरीका है। धारणा सी है कि योग एक धार्मिक गतिविधि है जबकि योग का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है।"
राज्यपाल पी. सदाशिवम ने यहां राजभवन में एक योग सत्र की अगुवाई की। उन्होंने कहा, "योग हमारे मन, स्वास्थ्य और शरीर में शांति लाता है। यह विचात्रिपुरा में उत्साह के साथ मनाया गया योग दिवस
अगरतला। पांचवे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर त्रिपुरा में हजारों की संख्या में लोगों ने योग का अभ्यास किया। राज्य में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन यहां स्थित उमाकांत मिनी स्टेडियम में किया गया। यहां योगाभ्यास करने वालों में मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और खेल व युवा मामलों के मंत्री मनोज कांति देब भी शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल भारतीयों में बल्कि अन्य देशों के लोगों में भी योग को एक क्रान्ति बनाया।
प्रतिदिन विभिन्न शारीरिक अभ्यास करने वाले देब ने कहा, "आज (शुक्रवार) ग्राम पंचायत स्तर से राज्य स्तर पर योग दिवस को मनाया गया जिनमें विभिन्न शैक्षणिक संस्थान भी शामिल हैं।"
उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार ने एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग को जीवन का एक हिस्सा बनाने का आग्रह लोगों से किया था। मेरी सरकार ने लोगों, खासकर विद्यार्थियों और नौजवानों से उनकी अपनी भलाई के लिए योग करने को कहा।"
सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, असम राइफल्स, त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के जवानों और अधिकारियों ने मुख्य कार्यक्रम और राज्य के अन्य जगहों में योग का प्रदर्शन किया।


