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मणिशंकर अय्यर ही नहीं, इंडी गठबंधन भी कर रहा राष्ट्रविरोध की बात : राधा मोहन अग्रवाल

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक इंटरव्यू में कहा है कि भारत को पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए। उनके इस बयान पर भाजपा सांसद राधा मोहन अग्रवाल ने पलटवार किया है

मणिशंकर अय्यर ही नहीं, इंडी गठबंधन भी कर रहा राष्ट्रविरोध की बात : राधा मोहन अग्रवाल
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक इंटरव्यू में कहा है कि भारत को पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए। उनके इस बयान पर भाजपा सांसद राधा मोहन अग्रवाल ने पलटवार किया है।

भाजपा सांसद राधा मोहन अग्रवाल ने कहा, “ये बात मणिशंकर अय्यर नहीं कह रहे हैं, बल्कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन का पूरा इको सिस्टम ये बात दोहरा रहा है। सलमान खुर्शीद और सज्जन वर्मा ने भी ऐसा ही बयान दिया था। यही नहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी जो कहा है, ये बात राष्ट्रविरोध की तरह है। ये शर्मनाक बयान है।”

उन्होंने बांग्लादेश के हालातों पर भी बात की और कहा, “भारत का पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश संकट के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में भारत का कोई भी नागरिक, चाहे वो किसी भी पद पर बैठा हो, अगर वे सरकार में नहीं है तो उसे बांग्लादेश के आंतरिक मामले में बोलने का अधिकार नहीं है। और उसे वहां के मुद्दे को भारत में लाकर समस्या पैदा नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस का यही काम है और वे देश में अराजकता की स्थिति पैदा करने के लिए वहां के मुद्दों का दुरुपयोग कर रहे हैं।”

मणिशंकर अय्यर एक इंटरव्यू में बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत कई मुद्दों पर बात की थी। उन्होंने कहा, “पता नहीं पाकिस्तान में कुछ लोग खुश क्यों हैं। सरकार की तरफ से जो मेरी जानकारी है, उसमें पक्ष और विपक्ष को लेकर कुछ नहीं बताया गया है। हमारी अपनी अकलियत को बचाकर रखने के लिए भारत को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। दुनिया में ऐसा लगना चाहिए कि जो देश विश्व गुरु बनना चाहता है, वो पड़ोस में जो दुश्मन है, उसके साथ मसलों का हल निकालने का प्रयास कर रहा है।”

बांग्लादेश में तख्तापलट के पीछे अमेरिका और पाकिस्तान के हाथ होने पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, “शायद पाकिस्तान और अमेरिका का दखल रहा हो, ये बताया जा रहा है। लेकिन, अब तक कोई सबूत नहीं है। मुझे खुशी है कि हिंदुस्तान ने शेख हसीना का स्वागत किया है, और यह भी इशारा किया है कि जब तक कि वह खुद तय करती हैं कि वह कहां जाकर बसना चाहती हैं, तब तक उनका भारतवर्ष में स्वागत है।”


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