बिहार का एक भी जिला खुले में शौच मुक्त की श्रेणी में नहीं : अहलूवालिया
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री एस. एस. अहलूवालिया ने आज कहा कि देश में 192 जिले अब तक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो चुके हैं लेकिन बिहार का एक भी जिला इस श्रेणी में नहीं आ सका है

पटना। केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री एस. एस. अहलूवालिया ने आज कहा कि देश में 192 जिले अब तक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो चुके हैं लेकिन बिहार का एक भी जिला इस श्रेणी में नहीं आ सका है।
श्री अहलूवालिया ने यहां भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को पूरा करने के लिये उनका मंत्रालय कई कदम उठा रहा है।
राज्य और देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने की प्रधानमंत्री की घोषणा को हर हाल में पूरा किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 02 अक्टूबर 2019 को देश खुले में शौच से मुक्त हो जायेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार 31 दिसम्बर 2018 तक स्वच्छता लक्ष्य प्राप्त कर सके इसके लिये उन्होंने लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा के साथ ही ग्रामीण कार्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की।
स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय औसत जहां 67 प्रतिशत है वहीं बिहार में यह आंकड़ा महज साढ़े 32 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत का लगभग आधा है।
उन्होंने कहा कि देश में नौ राज्य ऐसे हैं जो स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय औसत से नीचे हैं और उनमें बिहार भी शामिल है।
बिहार में 270 दिनों में 1.40 करोड़ शौचालय बनवाने की चुनौती है।
हालांकि उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ के कारण शौचालय निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न हुयी है।


