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अंजॉ सड़क हादसा: लापुखुरी चाय बागान में 6 शव को दफनाया, अन्य की तलाश जारी

असम के तिनसुकिया जिले स्थित गेलापुखुरी चाय बागान में मातम का माहौल रहा

अंजॉ सड़क हादसा: लापुखुरी चाय बागान में 6 शव को दफनाया, अन्य की तलाश जारी
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तिनसुकिया। असम के तिनसुकिया जिले स्थित गेलापुखुरी चाय बागान में शनिवार को मातम का माहौल रहा। अरुणाचल प्रदेश में हुए दर्दनाक ट्रक हादसे में जान गंवाने वाले पहले छह लोगों को नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी गई। जैसे ही छह ताबूत एक साथ कब्रों में उतारे गए, पूरा इलाका गम में डूब गया। अंतिम संस्कार के दौरान हजारों लोग मौजूद थे।

जिन छह लोगों को दफनाया गया, उनमें अभय भूमिज (33), संजय कुमार (36), जोनस मुंडा (20), अगर तांती (24), रजनी नाग (24), और राहुल कुमार (25) शामिल हैं। इनमें अगर तांती की कहानी सबसे ज्यादा दुखद है। उसकी शादी को अभी सिर्फ 15 दिन ही हुए थे। उसकी 18 वर्षीय पत्नी माला तांती का सुहाग इतनी जल्दी उजड़ जाएगा, किसी ने सोचा भी नहीं था।

अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शाम करीब साढ़े चार बजे शुरू हुई। इस दौरान तिनसुकिया के विधायक संजय किशन, जिला आयुक्त स्वप्नील पॉल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मयंक कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाने की कोशिश की, लेकिन गम इतना गहरा था कि हर किसी की आंखें नम थीं।

यह सभी शव 8 दिसंबर को हुए उस भयानक हादसे के हैं, जब मजदूरों को ले जा रहा एक ट्रक अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में हयूलियांग-चगलगाम रोड पर करीब 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरा था। इस हादसे में तिनसुकिया जिले के कुल 21 मजदूरों की मौत हो गई थी, जिनमें से 18 गेलापुखुरी और तीन ढेलाघाट चाय बागान के थे।

अब तक हादसे के बाद 11 शव बरामद किए जा चुके हैं। शनिवार को पांच और शव मिले हैं, लेकिन बाकी लोगों की तलाश अब भी जारी है। दुर्गम पहाड़ी इलाका और खराब मौसम राहत और बचाव कार्य में बड़ी चुनौती बने हुए हैं।

हादसे के बाद शवों को एंबुलेंसों के काफिले में तिनसुकिया लाया गया। इस दौरान असम सरकार के मंत्री बिमल बोरा और विधायक संजय किशन भी साथ रहे। तिनसुकिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में औपचारिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद शवों को उनके घर और फिर चाय बागान लाया गया। ताबूतों को देखते ही कई परिजन बेसुध होकर गिर पड़े। पूरे बागान में सिर्फ रोने और सिसकियों की आवाजें गूंजती रहीं।


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