एसआईटी की रडार पर अब भी आधा दर्जन कंपनियां
नोएडा ! 8 नवम्बर 2016 में नोटबंदी के ऐलान के बाद से सेक्टर-63 में चल रही एब्लेज कंपनी और सेक्टर-2 में चल रही वेबवर्क कंपनी बैंकों की नजर में चढ़ गई थी।

नोएडा ! 8 नवम्बर 2016 में नोटबंदी के ऐलान के बाद से सेक्टर-63 में चल रही एब्लेज कंपनी और सेक्टर-2 में चल रही वेबवर्क कंपनी बैंकों की नजर में चढ़ गई थी। इसी वजह से 3700 करोड़ का जालसाज करने वाली कंपनी के मालिक अनुभव मित्तल और उसका साथी एवं करीब 260 करोड़ की ठगी करने वाली वेबवर्क कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग व संदेश वर्मा सलाखों के पीछे पहुंच गए। इतना ही नहीं आधा दर्जन कंपनियां अभी भी एसआईटी की राडार पर हैं। जल्द ही ऐसी कंपनियों के मालिक भी सलाखों के पीछे पहुंच सकते हैं।
करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन बनी मुख्य वजह
नोटंबदी के बाद खातों में हुई करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन के चलते दोनों ही कंपनियां बैंकों की नजरों में चढ़ गई। बैंकों ने जब दोनों कंपनियों की एसटीआर रिपोर्ट निकाली, तो पता चला कि कंपनियों के खातों में रोजाना करोड़ों रुपए आ रहे हैं। यही नहीं बैंकों ने इनका पुराना रिकॉर्ड भी चेक किया। मामला संदिग्ध लगने पर बैंकों ने उक्त दोनों फ्रॉड कंपनियों के कई खातों के ट्रांजेक्शन पर रोक लगा दी थी। ऐसे कंपनियों का चल रहा सिस्टम डगमगाने लगा और कंपनियों ने जहां अपना धंधा धीरे-धीरे समेटना शुरू कर दिया। दिसम्बर माह शुरू होते ही कंपनियों ने निवेशकों को क्लिक के बदले पैसा देना बंद कर दिया। एब्लेज ने जहां दिसंबर अंत से बिल्कुल ही अपना काम और पैसा देना बंद कर दिया।
वहीं वेबवर्क ने दिसंबर के दूसरे सप्ताह से निवेशकों को पैसा देना बिल्कुल ही बंद कर दिया। चूंकि कंपनियों के पास पैसा तो था ही, लेकिन ट्रांजेक्शन नहीं हो पा रहा था।
ऐसे में पैसा और काम न मिलने से लोगों का भडण्कना शुरू हो गया। अब लोग कंपनियों के चक्कर लगाने लगे। कई निवेशकों ने कंपनियों के खिलाफ आनलाइन शिकायत कीए तो कइयों ने कंपनियों के ऑफिस पहुंचकर अपना पैसा लौटाने के लिए बात कहीए लेकिन उन्हें न पैसा मिला और न काम। अब निवेशक पुलिस के उच्च अधिकारियों के पास मामले की शिकायत करने पहुंच गए। शिकायत आने पर अधिकारियों ने जांच की और सही मामला पाए जाने पर वेबवर्क कंपनी के मालिक अनुभव मित्तल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं इनकी गिरफ्तारी के चंद दिनों बाद ही वेबवर्क कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


