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मैं फोटो खिंचाने नहीं, जांच करने आया हूं : सतीश महाना

नोएडा ! मुख्यमंत्री योगी जी ने मुझे यहा भेजा है। अन्य नेताओं की तरह नहीं हूं फोटो खिंचवाने नहीं आया हूं। आया हूं तो सच और पूरी प्रक्रिया जानकर ही जाऊंगा।

मैं फोटो खिंचाने नहीं, जांच करने आया हूं : सतीश महाना
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लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, 24 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का दिया निर्देश
नोएडा ! मुख्यमंत्री योगी जी ने मुझे यहा भेजा है। अन्य नेताओं की तरह नहीं हूं फोटो खिंचवाने नहीं आया हूं। आया हूं तो सच और पूरी प्रक्रिया जानकर ही जाऊंगा। यह नहीं ला सकते तो मैं खुद ही दफ्तर पहुंच जाऊंगा। यह बाते औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने गुरुवार को सेक्टर-11 स्थित घटना स्थल पर कहीं। उन्होंने प्राधिकरण अधिकारियों से कंपनी संबंधित दस्तावेज मांगे। सवाल जवाब के बाद उन्होंने अधिकारियों से कंपनी की फायर एनओसी व कंपलीशन सॢटफिकेट मांगे। लेकिन अधिकारियों के पास 8000 कंपनियों की एनओसी संबंधित दस्तावेजों में महज दो कंपनी के ही फायर एनओसी उपलब्ध करा सके। दोपहर करीब ढाई बजे औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना सेक्टर-11 स्थित कंपनी पहुंचे। यहां उन्होंने मौका मुआयना किया। इसके बाद पुलिस अधिकारी, जिला अधिकारी व प्राधिकरण अधिकारियों से कंपनी के बारे में विस्तार पूर्वक पूरी जानकारी ली। मौके पर उन्होंने आसपास की कंपनी के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने प्राधिकरण अधिकारियों से घटना के बगल वाली कंपनी की पूरी जानकारी मांगी। लेकिन मौके पर 8000 कंपनियों में से एक भी कंपनी की जानकारी प्राधिकरण उपलब्ध नहीं करा सके। जिसके बाद उन्होंने जानकारी के अभाव में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
औद्योगिक विकास मंत्री खुद सेक्टर-2 स्थित अग्नीशमन विभाग के दफ्तर पहुंच गए। वहा उन्होंने फायर ऑफिसर से कंपनियों के एनओसी व अन्य कागज उपलब्ध कराने के लिए कहा। लेकिन वहां भी आलम जस का तस मिला। महज सेक्टर-1 स्थित मदर्सन कंपनी की ही फायर एनओसी विभाग दे सका। जिसके बाद वह मदर्सन पहुंचे। वहां उन्होंने सभी उपकरणों की जांच पड़ताल की। लेकिन मानकों पर खरा नहीं उतरने पर अधिकारियों को झाड़ लगी। सेक्टर-1 स्थित उक्त कंपनी में न तो अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया और न ही कागजी दस्तावेज पूरा करने के लिए कभी नोटिस जारी किया गया। महज प्रोविजनल सॢटफिकेट ही जारी किया गया था। ऐसे में पूरी लापरवाही अग्निशमन विभाग की ही सामने आ रही है। यही नहीं कंपनी को न कंपलीशन सॢटफिकेट भी जारी नहीं किया गया था और न ही फायर से एनओसी।

औद्योगिक विकास मंत्री ने दिए निर्देश

>> अग्निकंाड की घटना बेहद दुखद है। जिम्मेदार विभाग ने अपना काम सही से नहीं किया। जांच में दोषी पाए जाने पर सजा होगी।
>> ज्वाइंट डायरेक्टर फायर अरविंद कुमार ने 24 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
>> तीन माह में शहर की सभी 8000 हजार कंपनियों में सुरक्षा संबंधित जांच करे। यह देखे कि सभी सुरक्षा के उपकरण मानकों पर है या नहीं। इसकी रिपोर्ट तैयार करे समीक्षा की जाएगी।
>> मुआवजा दिया जाए या नहीं इसका फैसला शासन स्तर पर होगा


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