निवेशकों ने बाउंसरों द्वारा धमकाने का लगाया आरोप
नोएडा ! शुभकामना बिल्डर पर प्राधिकरण का शिकंजा कसता जा रहा है। गुरुवार को सेक्टर-छह स्थित इंदिरा गाधी कला केंद्र में शुभकामना बिल्टेक प्रतिनिधियों, निवेशकों की

नोएडा ! शुभकामना बिल्डर पर प्राधिकरण का शिकंजा कसता जा रहा है। गुरुवार को सेक्टर-छह स्थित इंदिरा गाधी कला केंद्र में शुभकामना बिल्टेक प्रतिनिधियों, निवेशकों की मौजूदगी में प्राधिकरण अधिकारियों ने बैठक की। इस दौरान प्राधिकरण ने शुभकामना के सेक्टर-76 प्लाट नंबर जीएच 5 बी सेक्टर-137 स्थित 22565 वर्गमीटर पर बने टावरों की पूरी जानकारी कंपलीशन शिड्यूल के हिसाब से 19 अप्रैल तक प्राधिकरण में जमा करने के निर्देश दिए है।
यही नहीं बिल्डर को निर्देश दिए कि वह बेचे गए सभी फ्लैटों की जानकारी निवेशकों के नाम सहित उपलब्ध कराए।
प्राधिकरण ने सख्त रवैया अपनाते हुए कहा कि बिल्डर अपनी वित्तीय स्थिति भी स्पष्ट करे। वह यह बताए कि कहां से रकम एकत्रित कर निर्माणाधीन टावरों का निर्माण पूरा करेगा। वह भी कब तक। दरअसल निवेशकों का आरोप है कि बिल्डर ने उनकी रकम उनके प्रोजेक्ट में न लगाकर किसी ओर प्रोजेक्ट में लगाई है। ऐसे में वित्तीय स्थिति स्पष्ट करे ताकि क्रास चेक किया जा सके। प्राधिकरण ने बताया कि बिल्डर पर 31 मार्च तक 56.49 करोड़ रुपए बकाया है। निवेशकों द्घारा उन्हें कंस्ट्रक्श्न कास्ट के रूप में 18.66 करोड़ रुपए जमा कर चुकी है। बैठक में निवेशकों ने बाउंसर द्घारा धमकी देने व निर्माण के दौरान घटिया समाग्री प्रयोग करने का आरोप लगाया। इसके एवज में अधिकारियों ने बिल्डर समूह को फटकार लगाते हुए स्पष्ट कहा कि प्राधिकरण की एक टीम क्वालिटी की जांच करेगी। यदि निर्माण सामग्री घटिया मिली तो बिल्डर पर एक्शन लिया जाएगा। बिल्डर ने अभी तक 13 टावरों में से एक भी टावर के लिए कंपलीशन के लिए आवेदन नहीं किया। निवेशकों की मांगो के अनुरूप वह अपनी ऑफिसियल वेबसाइट दोबारा चलाए साथ ही उसमे कंपलीशन व पजेशन संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराए। वहीं, दो साल से बंद निर्माणाधीन साइट को 20 अप्रैल तक खोले। ताकि निवेशक अपने फ्लैटों में निर्माण की स्थिति देख सके। निवेशकों ने प्राधिकरण अधिकारियों से गुजारिश की वह बिल्डर को इस मामले में निर्देश दे कि वह पजेशन देने के बाद ही ईएमआई वसूल करे। साथ ही प्रोजेक्ट लेट होने पर उन्हें पेनाल्टी दे। बैठक में निवेशकों ने एक अहम मुद्दा उठाया। निवेशकों ने प्राधिकरण अधिकारियों से गुजारिश की वह बिल्डर को अलाटमेंट लेटर देने व कंपलीशन तक बिल्डर द्वारा किए गए कार्यों का साइट पर समय समय पर जाकर निरीक्षण करे।


