नोएडा एयरपोर्ट उड़ान भरने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा
यात्री प्रसंस्करण प्रणाली को लेकर यमुना इंटरनेषनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एमेड्यूस कंपनी के साथ किया करार

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेषनल एयरपोर्ट 2024 में उड़ान भरने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा है। देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा जो पूरी तरह डिजिटल होगा।
यात्रियों के चेक-इन, बोर्डिंग, सामान मिलान डिजिटल आधारित होगा। इसके लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए एमेड्यूस कंपनी के साथ यात्री प्रसंस्करण प्रणाली (पैसेंजर प्रोसेसिंग सिस्टम) के लिए एमओयू किया गया है। यह कंपनी चेक-इन, बोर्डिंग, सामान मिलान और डिजीयात्रा, बायोमैट्रिक आदि काम को करेगी। इसके साथ ही पैसेंजर प्रोसेसिंग सिस्टम (पीपीएस) की डिजाइन, आपूर्ति, संचालन और रखरखाव भी करेगी।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रालि के चेयरमैन क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने पीपीएस के लिए एमेड्यूस कंपनी के साथ एमओयू किया है। यह कंपनी इस एयरपोर्ट से यात्रा करने वालों को चेक-इन, बोर्डिंग, सामान मिलान, बायोमैट्रिक, स्वचालित बैग ड्रॉप्स आदि की सेवाएं देंगी। यह सेवाएं पूरी तरह से एकीकृत होंगी। श्नेलमैन ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पीपीएस के लिए एमेड‘यूस के साथ साझेदारी कर खुशी हो रही है। यह एक अग्रणी वैश्विक यात्रा प्रौद्योगिकी कंपनी है। इसका अनुभव एयरपोर्ट को विश्व स्तरीय सेवाएं प्रदान करने में सहायता करेगा।
एमेड्यूस की सारा सैमुअल ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भविष्य के डिजिटल यात्री अनुभव को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। वह नवोन्मेषी क्लाउड, सेल्फ-सर्विस और बायोमैट्रिक तकनीक पर आधारित एयरपोर्ट की यात्रा कराएंगे। यह यात्रियों के लिए सहज और आरामदेह होगी। एमेड्यूस कंपनी स्पेनिश स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है। कंपनी को 11 वर्षों के लिए डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स द्वारा भी मान्यता दी गई है। कंपनी 30 से अधिक वर्षों के लिए यात्रा उद्योग के साथ साझेदारी में अपनी तकनीक विकसित की है। 2019 में कंपनी ने 190 से अधिक देशों में 1.9 बिलियन से अधिक लोगों को स्थानीय यात्रा प्रदाताओं से जोड़ने में मदद की।


