नोबेल विजेता सत्यार्थी ने जेएनयू हिंसा को 'शर्मनाक' बताया
नोबेल पुरस्कार विजेता व बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने मंगलवार को घटना को 'शर्मनाक' बताया

नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता व बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने मंगलवार को घटना को 'शर्मनाक' बताया।
सत्यार्थी ने आईएएनएस से कहा, "जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों पर नकाबपोश गुंडों द्वारा हमला बेहद शर्मनाक है। अगर हमारी बेटियां जेएनयू और जामिया जैसे विश्वविद्यालयोंके गर्ल्स हॉस्टल में सुरक्षित नहीं हैं, तो इससे ज्यादा शर्मनाक कोई बात नहीं है।"
उन्होंने कहा, "ये हमलावर जो भी हो, वे छात्र नहीं हो सकते। सभी छात्र संगठनों को हिंसा का विरोध करना चाहिए।"
जेएनयू में रविवार को बड़े पैमाने पर हिंसा हुई, जिसमें छात्राओं व छात्रों पर उनके हॉस्टल के कमरों में नकाबपोश बदमाशों द्वारा बेंत और रॉड से हमला किया गया। उन्होंने संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष को रॉड से आंख पर मार दिया गया। आइशी को अस्पताल ले जाया गया।
सत्यार्थी ने प्रधानमंत्री से देश भर के सभी छात्र संघों से संवाद शुरू करने का आग्रह किया, जिससे शांति बहाली हो सके। सत्यार्थी, बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक हैं।


