पंजाब में खतरा नहीं, बेहतर है कि हम पहले ही सावधान रहे: सेना प्रमुख
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि पंजाब में आतंकवाद का खतरा नहीं

पठानकोट (पंजाब)। भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि पंजाब में आतंकवाद का खतरा नहीं है, लेकिन सावधान रहने की जरूरत है। सेना प्रमुख चंडीगढ़ से 250 किलोमीटर दूर मामुन कैंटोनमेंट में एक समारोह में मीडिया से बात करते हुए कहा, "पंजाब में ज्यादा खतरा (आतंकवाद का) नहीं है, लेकिन हमें इस संबंध में सजग रहने की जरूरत है। बेहतर है कि हम पहले ही सावधान रहे।"
अन्य देशों में अलगाववादी और खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा शुरू किए गए 'मत संग्रह 2020' अभियान का हवाला देते हुए जनरल रावत ने कहा कि सरकारें (केंद्र और पंजाब की) इस अभियान से पूरी तरह से अवगत हैं, और उचित कार्रवाई कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार इस पर पूर्ण कार्रवाई करेगी। हम भी पूरी तरह से अवगत हैं कि क्या चल रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री (अमरिंदर सिंह) इस बारे में खासतौर से चिंतित हैं। वह यह सुनिश्चित करने के लिए सीधी कार्रवाई कर रहे हैं कि पंजाब में हिंसा ना फैले।"
उन्होंने कहा, "पंजाब के लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हिंसा नहीं फैले। उन्हें विद्रोह को खत्म करना होगा, जबकि बाहरी इसे फैलाना चाहेंगे। यहां के लोग बहुत मजबूत हैं।"
अलगाववादी समूह सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के खतरे पर सेना प्रमुख का कहना था कि वे उन्हें लेकर ज्यादा परेशान नहीं हैं।


