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चिकित्सा सेवाओं के लिए नहीं आने दी जाएगी बजट की कोई कमी : गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को प्रदेशवासियों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए कहा है कि आमजन के बेहतर इलाज के लिए बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी

चिकित्सा सेवाओं के लिए नहीं आने दी जाएगी बजट की कोई कमी : गहलोत
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जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को प्रदेशवासियों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए कहा है कि आमजन के बेहतर इलाज के लिए बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

श्री गहलोत आज सवाई मानसिंह चिकित्सालय में नवीन सुविधाओं के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अस्पताल में नई जांच मशीनों के लगने से रोगियों के उपचार में सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हर घर को प्रभावित करती है। पहले जहां आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति महंगा इलाज कराने से कतराता था, वहीं आज चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लागू होने से गरीब व्यक्ति को महंगे इलाज की चिंता से मुक्ति मिली है। राज्य सरकार की नीतियों से आज एसएमएस अस्पताल देश के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों के समकक्ष खड़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना में प्रदेश के चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने शानदार कार्य किया, जिसकी पूरे देश में सराहना हुई। राजस्थान में मंहगी दवाएं एवं जांचों के साथ अब कॉक्लीयर इम्पलांट जैसा महंगे इलाज निःशुल्क मिल रहे हैं। प्रदेश के 33 में से 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं, जिनमें फेकल्टी, आधारभूत सुविधाओं और उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा एक मानवीय कार्य है तथा इसमें हड़ताल होने से मरीजों को काफी समस्याएं आती हैं। अतः इससे परहेज किया जाना चाहिए। राज्य सरकार चिकित्सकों की सभी समस्याएं सुनने तथा हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

श्री गहलोत ने निजी चिकित्सालयों से राइट टू हैल्थ बिल को लागू करने में सहयोग करने की अपील की। एसएमएस अस्पताल में 12 करोड़ रूपए की लागत की स्पैक्ट्रल सिटी स्केन मशीन का मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण सोनी सिटी एमआरआई सेन्टर में किया गया। 256 स्लाइस क्षमता की इस मशीन से मरीजों पर रेडियेशन का प्रभाव कम होगा। यह मशीन सभी प्रकार की बीमारियों की पहचान करने में सक्षम है। वहीं न्यूरोसर्जरी विभाग में बजट घोषणा के तहत 10 करोड़ रूपए की लागत से डिजिटल सब्सटै्रक्शन एंजियोग्राफी लैब का लोकार्पण श्री गहलोत द्वारा किया गया। इससे कम समय और अत्यन्त बारीकी से ब्रेन और स्पाईन की एंजियोग्राफी की जा सकेगी।

श्री गहलोत ने कार्डियोलोजी विभाग में 6.5 करोड़ रूपए की लागत से नवीन कैथ लैब का उद्घाटन भी किया। मुख्यमंत्री ने रेडियो डाइग्नोसिस विभाग में छह करोड़ की लागत से डिजिटल सब्सट्रैक्शन एंजियोग्राफी एडवांस लैब का भी लोकार्पण किया। न्यूरोवेस्कूलर बीमारियों की सही जांच और उपचार के लिए इतनी आधुनिक मशीनें देश कुछ ही अस्पतालों में उपलब्ध है।


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