कोई 'शाह या सुलतान' भारत की विविधता को नहीं तोड़ सकता : हासन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हिंदी भाषा के मुद्दे पर आलोचना करते हुए तमिल अभिनेता-राजनेता कमल हासन ने सोमवार को कहा कि किसी 'शाह, सुलतान या सम्राट' को विविधता में एकता के वादे को तोड़ना नहीं चाहिए

चेन्नई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हिंदी भाषा के मुद्दे पर आलोचना करते हुए तमिल अभिनेता-राजनेता कमल हासन ने सोमवार को कहा कि किसी 'शाह, सुलतान या सम्राट' को विविधता में एकता के वादे को तोड़ना नहीं चाहिए, जिसे भारत को गणराज्य बनाने के समय किया गया था। अमित शाह के हिदी दिवस समारोह से जुड़ी टिप्पणी पर तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टियों की कड़ी टिप्पणियों के दो दिन बाद एमएनएम पार्टी के संस्थापक कमल हासन भी इसमें एक वीडियो संदेश व ट्वीट के जरिए शामिल हो गए।
उन्होंने कहा, "विविधता में एकता एक वादा है, जिसे हमने भारत को गणराज्य बनाने के समय किया था। अब किसी शाह, सुलतान या सम्राट को उस वादे को नहीं तोड़ना चाहिए। हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी मातृभाषा हमेशा तमिल रहेगी।"
उन्होंने कहा, "जल्लीकट्टू पर सिर्फ एक विरोध था। हमारी भाषा की लड़ाई उससे ज्यादा बड़ी होगी। भारत या तमिलनाडु को इस तरह की लड़ाई की जरूरत नहीं है।"
उन्होंने कहा, "करीब पूरा देश राष्ट्रगान को बांग्ला में गर्व के साथ गाता है और ऐसा जारी रहेगा। इसका कारण है कि जिस कवि ने राष्ट्रगान लिखा उन्होंने राष्ट्रगान में सभी भाषाओं व संस्कृति को सम्मान दिया।"
उन्होंने कहा, "समावेशी भारत को एक अलग तरह का देश नहीं बनाएं। इस तरह की अदूरदर्शिता की वजह से सभी को नुकसान होगा।"
कमल हासन ने एक ट्वीट में कहा, "आप को नया कानून या नई योजना बनाने से पहले लोगों से सलाह करनी चाहिए।"
अमित शाह ने हिंदी दिवस के मौके पर ट्वीट में कहा था, "भारत विभिन्न भाषाओं का देश है, हर भाषा का अपना महत्व है। लेकिन पूरे देश की एक भाषा होनी जरूरी है, जो भारत की दुनिया में पहचान बने। आज अगर कोई भाषा देश को एकजुट करने काम कर रही है तो यह सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है।"


