भीड़भाड़ वाले इलाकों में पटाखा यूनिट चलाने की कतई अनुमति नहीं : अमरिंदर
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को हिदायतें दी हैं कि बटाला की तरह अवैध रूप से चल रहीं यूनिटों को तुरंत बंद कराने के लिये फौरी कदम उठाये जाए

बटाला। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश भर के रिहाइशी इलाकों में अवैध रूप से चल रहे पटाखे बनाने वाली यूनिटों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई किये जाने के आदेश देते हुये कहा है कि रिहाइशी इलाकों में ऐसी यूनिटों को चलाने की सरकार अनुमति नहीं देगी ।
कैप्टन सिंह ने मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को हिदायतें दी हैं कि बटाला की तरह अवैध रूप से चल रहीं यूनिटों को तुरंत बंद कराने के लिए फौरी कदम उठाये जाए ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो ।
मुख्यमंत्री ने आज उस पटाखा फैक्टरी का दौरा किया जिसमें हुये भीषण विस्फोट में 23 लोगों की मौत हो गयी तथा पच्चीस अन्य घायल हो गये जिनमें सात गंभीर रूप से घायल हुये ।वह सिविल अस्पताल में भर्ती घायलों का हालचाल पूछने गये । उसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार रिहायशी इलाकों में ऐसे यूनिट चलाने की हरगिज अनुमति नहीं देगी क्योंकि ऐसे हादसों में वहां रहने वाले लोगों को जानमाल का खतरा बना रहता है । कैप्टन सिंह पटाखा फैक्टरी के साथ लगते इलाके में रहने वाले पीड़ित परिवारों को भी मिले तथा भरोसा दिया कि उनके नुकसान की भरपायी के लिये सरकार उचित मुआवजा देगी । उन्होंने गुरदासपुर के उपायुक्त को कहा है कि भीषण विस्फोट के कारण जिन लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है उनके नुकसान का अनुमान जल्द लगाकर प्रभावितों को मुआवजा दिया जाये ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिये पहले ही मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिये हैं तथा वह इस बात का भी पता लगायेंगे कि जनवरी 2017 में इसी पटाखा फैक्टरी में हुये विस्फोट की जांच रिपोर्ट अभी तक लंबित क्यों है तथा संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी । उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार मार्च , 2017 में सत्ता में अायी थी जबकि यह घटना दो माह पहले घटी थी । ढाई साल बीतने के बाद भी पिछली जांच पूरी क्यों नहीं की गई ।
कैप्टन सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने मृतकों के आश्रितों को दो -दो लाख की अनुग्रह राशि देने के अलावा घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराने का पहले ही ऐलान कर चुकी है । जिन परिवारों की संपत्ति को नुकसान हुआ है ,उसकी रिपोर्ट आने के बाद मुआवजा जारी कर दिया जायेगा ।
तरनतारन जिले में हुये धमाके के बारे में उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट अनुसार तीन लोग गड्ढा खोदकर कुछ रासायनिकों को मिलाकर बोतल बम बनाने का प्रयास कर रहे थे । जांच एजेंसियां इस धमाके से जुड़े रह पहलू की जांच कर रही हैं ।
उनके साथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ , ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा ,मंत्री सुखजिंदर रंधावा , अरूणा चौधरी सहित कई अन्य नेता तथा अधिकारी मौजूद थे ।


