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दिवंगत न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनागौदर के सम्मान में नहीं हुई न्यायिक कार्यवाही

उच्चतम न्यायालय में दिवंगत न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनागौदर के सम्मान में सोमवार को न्यायिक कार्यवाही लंबित रखी गयी

दिवंगत न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनागौदर के सम्मान में नहीं हुई न्यायिक कार्यवाही
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नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय में दिवंगत न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनागौदर के सम्मान में सोमवार को न्यायिक कार्यवाही लंबित रखी गयी।

मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन के नेतृत्व में फुल कोर्ट ने न्यायमूर्ति शांतनगौदर को दो मिनट की मौन श्रद्धांजिल दी।

उसके बाद न्यायमूर्ति रमन ने आज होने वाली सभी न्यायिक कार्यवाही दिवंगत न्यायाधीश के सम्मान में लंबित रखने की घोषणा की। आज सूचीबद्ध सभी मामलों की सुनवाई अब कल होगी।

मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “हम अपने साथी न्यायाधीश के 24 अप्रैल की देर शाम असामयिक निधन से काफी दुखी हैं।”

न्यायमूर्ति रमन ने रविवार को अपने शोक संदेश में कहा था, “मैं उनके (न्यायमूर्ति शांतनागौदर के) शीघ्र एवं पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तथा यथाशीघ्र बेंच में लौटने की उम्मीद कर रहा था।”

उन्होंने कहा था, “उनके निधन की खबर भीषण आघात के रूप में आयी है। मैंने अपना एक महत्वपूर्ण सहयोगी खो दिया। उच्चतम न्यायालय में चार साल से उनके साथ जुड़े रहने से मुझे उनकी अद्भुत कानूनी कुशाग्रता से बहुत लाभ हुआ।”

मुख्य न्यायाधीश ने न्यायमूर्ति शांतनागौदर के पुत्र से बात भी की थी और अपनी ओर से तथा शीर्ष अदालत के सहयोगी न्यायाधीशों की ओर से पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना जतायी थी।


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