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राजस्थान में  महिला सुरक्षा की स्थिति में कोई सुधार नहीं: रेहाना चिश्ती

राजस्थान में महिला मुख्यमंत्री के राज में महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाओं को कांग्रेस विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाएगी

राजस्थान में  महिला सुरक्षा की स्थिति में कोई सुधार नहीं: रेहाना चिश्ती
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जयपुर । राजस्थान में महिला मुख्यमंत्री के राज में महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाओं को कांग्रेस विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाएगी।

राजस्थान महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने कहा कि राज्य में लगभग पांच साल से महिला मुख्यमंत्री हैं लेकिन बावजूद इसके महिला सुरक्षा की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। प्रदेश अपराध शाखा के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जून 2018 तक राज्य में हर रोज दुष्कर्म की 12 घटना हुई। इन घटनाओं में तीन महीने से 82 साल की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया।

चुनाव प्रचार के लिये पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल श्रीमती चिश्ती ने महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा की स्थिति को भी चिंताजनक बताते हुए कहा कि वसुंधरा सरकार ने 62 हजार महिलाओं की वृद्धावस्था और विधवा पेंशन रोक दी और उनसे जीवित होने का प्रमाण मांगा जा रहा है। महिला मुख्यमंत्री के रहते हुए उनके साथ अन्याय हो रहा है औऱ पार्टी पूरे राज्य में इसे मुद्दा बनायएगी तथा सरकार को घेरेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी केन्द्र सरकार की उज्जवला योजना के तहत भ्रमित की गयी महिलाओं के मुद्दे को भी उठायेगी। इन्हें पहला सिलेंडर तो मुफ्त दे दिया गया लेकिन दूसरे सिलेंडर के लिए उनके पास पैसा नहीं है। इसके साथ ही कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा गरीब परिवारों को दो रुपये प्रति किलो अनाज देने की योजना को बंद कर महिलाओं की रसोई खाली करने पर भी सरकार से सवाल पूछेगी।

श्रीमती चिश्ती ने कहा कि वसुंधरा सरकार ने 22 हजार प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को बंद किया है जिसका सबसे ज्यादा नुकसान बालिकाओं को उठाना पड रहा है क्योंकि उनके परिवार उन्हें पढ़ने के लिए दूर नहीं भजे रहे। इससे ये बालिका अब पढ़ाई छोड़ घरों में बैठी हैं। इसके अलावा पार्टी बेरोजगारी, चिकित्सा सुविधा और भ्रष्टाचार तथा सरकारी तंत्र में अर्कमण्यता के मुद्दे पर भी सरकार को घेरेगी।

पार्टी में आंतरिक मतभेद और बड़ी संख्या में बागी उम्मीदवारों के चुनाव मैदान में उतरने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इन नेताओं के साथ बात की जा रही है और जल्द ही असंतुष्ट नेताओं को मना लिया जायेगा। इनके साथ वरिष्ठ नेता बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुट होकर पार्टी को विजयी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं को पता है की अपनी योजनाओं को लागू करने और लोगों को राहत देने के लिए पार्टी का सत्ता में आना जरूरी है। उन्होंने कहा कि माहौल कांग्रेस के पक्ष में है और पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा।

कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव में महिला नेताओं को दिये गये प्रतिनिधित्व को संतोषजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि अपेक्षा तो ज्यादा ही रहती है। उन्होंने कहा कि वैसे पिछली बार 24 महिलाओं को टिकट दिया गया था और इस बार बढ़ाकर 26 महिला नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा गया है। उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव में महिलाओं को और ज्यादा टिकट दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ रही है लेकिन इसकी गति बेहद धीमी है।

चुरू विधानसभा सीट से टिकट की प्रबल दावेदार होने के बावजूद टिकट नहीं मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह निराशाजनक है लेकिन उन्होंने पार्टी हित में फैसले को मान लिया है। उन्होंने कहा कि मेहनत और अच्छे प्रदर्शन के बाद भी परिणाम नहीं मिलने से निराशा तो होती है लेकिन वह पार्टी के निर्णय से बंधी हैं और उसे आगे बढ़ाने के लिए काम करती रहेंगी।

वार्ता


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