नीतीश से सरदार सरोवर परियोजना के मुद्दों को उठाने की ज्यादा उम्मीद नहीं: मेधा पाटकर
नेत्री मेधा पाटकर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि मोदी से हाथ मिला लिए जाने के चलते अब उनसे ‘सरदार सरोवर परियोजना’ के मुद्दों को उठाने की ज्यादा उम्मीद नहीं बची है
धार। पिछले आठ दिन से मध्यप्रदेश में सरदार सरोवर बांध को लेकर अनशन कर रही नर्मदा बचाओ आन्दोलन (एन बी ए ) नेत्री मेधा पाटकर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिला लिए जाने के चलते अब उनसे ‘सरदार सरोवर परियोजना’ के मुद्दों को उठाने की ज्यादा उम्मीद नहीं बची है।
पाटकर ने कल शाम धार जिले के चिखल्दा में अपने साथियों के साथ उपवास के आठवें दिन पत्रकारों से चर्चा में एक सवाल के उत्तर में कहा कि कुमार द्वारा प्रधानमंत्री श्री मोदी से हाथ मिला लिए जाने के चलते अब उनसे सरदार सरोवर मुद्दों को उठाये जाने की उम्मीद नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे उनके पास हाथ जोड़ कर इस हेतु गुजारिश भी नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 16 सितम्बर को नीतीश कुमार ने राजघाट (बड़वानी) आकर अपने नशा मुक्ति अभियान के तहत जनसभा को संबोधित करते हुए सरदार सरोवर से जुड़े मुद्दों पर एन बी ए का सहयोग देने का वादा किया था। उनके पास सरदार सरोवर से जुड़े समस्त दस्तावेज भी हैं।
पाटकर ने कहा कि आजकल राजनीति में सच्चाई और नीति का अभाव है और इसलिए वे राजनीतिक दलों की बजाय जनांदोलनों के माध्यम से संघर्ष करने में विश्वास करती हैं।
पाटकर ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अदालतों में विस्थापितों के पुनर्वास सम्बन्धी आंकड़ों के असत्य हलफनामे प्रस्तुत किये जाने के चलते अब विस्थापितों के लिये 900 करोड़ का पैकेज दिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक विभिन्न घोषणाओं का क्रियान्वयन भी नहीं हुआ है। वहीं बड़वानी, धार व खरगोन जिलों में सरदार सरोवर परियोजना के कुछ डूब प्रभावितों के हलके फुल्के विरोध के बीच अधिकाँश विस्थापितों का पुनर्वास स्थलों पर जाने का क्रम जारी है।


