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मानवता के सबसे बड़े संकट में भी कांग्रेस की ओर से कोई सहयोग नहीं : भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज इस बात पर अफसोस व्यक्त किया कि देश इस समय मानव जाति के सबसे व्यापक एवं गंभीर संकट का सामना कर रहा है

मानवता के सबसे बड़े संकट में भी कांग्रेस की ओर से कोई सहयोग नहीं : भाजपा
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज इस बात पर अफसोस व्यक्त किया कि देश इस समय मानव जाति के सबसे व्यापक एवं गंभीर संकट का सामना कर रहा है इसके बावजूद देश में सांप्रदायिक राजनीति और सरकार के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर जाने का प्रयास जारी है लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।

भाजपा के प्रवक्ता एवं सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि श्री गाँधी की प्रवृत्ति बिना अध्ययन किये और बगैर विषयों की जानकारी लिये हुए बयान देने की है। उन्होंने अपनी पुरानी आदत के हिसाब से आज भी बयान दिया है। उन्होंनेे कहा कि श्री गांधी को अब थोड़ा परिपक्व और व्यवहारिक हो जाना चाहिए क्योंकि यह संकट भारत का ही नहीं, बल्कि मनुष्य जाति के ज्ञात इतिहास का सबसे व्यापक और विराट संकट है तथा इसके लिए व्यापक और विराट सोच की आवश्यकता है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदर्शित की है।

डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि जहां तक कांग्रेस द्वारा पारदर्शिता के संदर्भ में उठाया गया सवाल है तो प्रधानमंत्री श्री मोदी विपक्ष के सभी नेताओं और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ निरंतर संवाद में हैं। प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य जगत के विशेषज्ञों, मीडिया कर्मियों, खिलाड़ियों, धार्मिक नेताओं और उद्योग जगत की हस्तियों, हर क्षेत्र के लोगों के साथ संवाद और गहन विचार-विमर्श किया है। सभी विभागों में बेहतरीन समन्वय से काम हो रहा है, इसका उदाहरण यह है कि लॉकडाउन की जब शुरुआत हुई तो केंद्र सरकार की घोषणा से पहले ही चार राज्यों पंजाब, महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना की सरकारों ने इसकी घोषणा कर दी थी। ये राज्य विपक्षी दलों द्वारा शासित हैं।

भाजपा सांसद ने कहा कि जहां तक श्री गाँधी ने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के बारे में सवाल उठाया है तो सरकार पहले ही इस पर बेहतरीन तरीके से काम कर रही है। इसका नाेबेल विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने भी स्वागत किया है। प्रवासी मजदूरों की समस्या पर बात करते हुए भी श्री बनर्जी ने भी कहा है कि इसमें मुख्य रूप से राज्य सरकारों का दायित्व बनता है।

उन्होंने कहा कि जहां तक गरीबों और जरूरतमंदों के लिए पैकेज की बात है तो श्री गाँधी जिस पैकेज की चर्चा आज कर रहे हैं, उससे कहीं अधिक एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत काफी पहले ही आवंटित किया जा चुका है जिसके तहत अब तक 39 करोड़ से अधिक लोगों को लगभग 35 हजार करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया जा चुका है। जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं भी हैं, उन्हें भी खाद्यान्न देना सुनिश्चित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत तीन महीने के लिए मुफ्त सिलिंडर दिया जा रहा है। राज्य सरकारें भी अपने प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए कार्य कर रही है। यदि श्री गाँधी ने पहले ही इसका अध्ययन किया होता तो उन्हें समझ में बात आती।

डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि चीन के बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश है। आज भी एक तिहाई आबादी गरीबी रेखा से नीचे दो तिहाई जनसंख्या गाँव में रह रही है। आज भी लगभग 27 प्रतिशत लोग निरक्षर हैं। हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है कि वैश्विक त्रासदी की इस घड़ी में भी देश में मानव जाति की सेवा में लगे स्वास्थ्यकर्मियों एवं पुलिसकर्मियों पर हमले हो रहे हैं और हमें उनकी सुरक्षा के लिए अध्यादेश लाना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि इस सबके बावजूद देश में सांप्रदायिक राजनीति की जा रही है और सरकार के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर जाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई अपील नहीं की गई। उन्होंने कहा कि श्री गाँधी और कांग्रेस पार्टी बिना अध्ययन और बिना तथ्य के बयान देने के लिए ही जानी जाती है। हम विपक्ष के किसी भी सुझाव का स्वागत करते हैं लेकिन वह रचनात्मक, सार्थक और तथ्यात्मक होना चाहिए। कांग्रेस पार्टी पुरानी बातें ही दोहरा रही है और इसमें न तो कोई सच्चाई है और न ही सहयोग का कोई भाव। उन्होंने कहा कि यह समय वाद-विवाद, खंडन-मंडन अथवा व्यर्थ वितंडाबाद का नहीं अपितु सहयोग और संवाद का है।


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