दबाव में कोई समझौता मंजुर नहीं : खेहरा
एक वक्त ऐसा था जब पार्टी, सत्ता के बहुत निकट पहुंच गयी थी लेकिन कुछ खास वजहों से पार्टी सत्ता तक नहीं पहुंच सकी

संगरूर। आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता सुखपाल सिंह खेहरा ने आज दो टूक शब्दों में कहा कि उनका गुट अपनी पार्टी के नेताओं से हमेशा बातचीत को तैयार है लेकिन दिल्ली के दबाव में कोई आकर कोई शर्त मंजूर नहीं।
उन्होंने आज यहां पत्रकारों से कहा कि आप पार्टी का 2017 का चुनावी फार्मूला फेल हो गया है। उस दौरान हालात कुछ और थे और अब कुछ और।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह तो साफ है कि लोग बादलों तथा कैप्टन अमरिंदर सिंह से तंग आ चुके हैं और दोनों से मुक्ति चाहते हैं। बादलों से भी सिख पंथ का विश्वास उठ गया है। लोग तो आप को सत्ता सौंपना चाहते थे लेकिन हमारी ही कमियों से बाजी पलट गयी। उन कमियों को सुधारने की जरूरत है ।
खेहरा ने कहा कि पंजाब के अहम फैसले अब पंजाब की धरती से किये जायें। कोर कमेटी के गठन पर सवालिया निशान उठाते हुये उन्होंने कहा कि यह भी दिल्ली का फैसला है। लोकसभा चुनावों में सभी उम्मीदवार पंजाब की धरती पर तय किये जायें। कोई भी दिल्ली का फैसला हम पर लादा न जाये ।
उनके अनुसार पार्टी इकाई में हाल में की गई नियुक्तियां रद्द की जायें। वह पार्टी की एकता चाहते हैं। उन्होंने पार्टी को एक नवंबर तक का समय दिया है। वह बठिंडा प्रस्तावों पर कोई समझौता नहीं करेंगे ।प्रतिपक्ष के नेता का चयन पार्टी विधायकों को करना चाहिये ।


