एससी-एसटी एक्ट में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया: राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) एक्ट में किसी तरह का परिवर्तन नही किया गया है

लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) एक्ट में किसी तरह का परिवर्तन नही किया गया है।
उन्होने कहा कि किसी का उत्पीडऩ नहीं होने दिया जा रहा है ना ही होगा। उन्होंने कहा कि यह कोई नया एक्ट नहीं बना है, यह तो जो पुराना एक्ट है वही है।
सिंह ने आज एक मीडिया हाऊस के समागम समारोह 2018 में भाग लेते हुये कहा कि एससी-एसटी एक्ट से किसी का उत्पीडऩ नहीं होगा और न ही इसका दुरुपयोग करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कोई नया एक्ट नहीं बना है, यह तो जो पुराना एक्ट है वही है। यह एक्ट कांग्रेस के समय में भी था। यदि इसका दुरुपयोग कहीं पर होगा तो राज्य सरकारें इस पर संज्ञान लेंगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस एक्ट का दुरुपयोग नहीं होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश में नक्सल एक बडी समस्या है। अब तो वे दूसरा रास्ता अपना रहे हैं। वह शहरों में आ गए हैं वह अपनी विचारधारा से लोगों को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। नक्सली 126 जिलों से सिमटकर दस से 12 जिलों में रह गए है।
सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में सब को बोलने की आजादी है। रहने की आजादी है लेकिन देश को तोडऩे की इजाजत किसी को भी नही है। सभ्य समाज में हिंसा के लिये कोेई स्थान नही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की आवाज दबाने के आरोप पर राजनाथ सिंह ने कहा कि सारे रिकॉर्ड उठा कर देख लीजिए इनमें से कुछ लोगों की गिरफ्तारी पहले भी हुई थी। उस समय भी इन लोगों पर यही आरोप लगे थे। देश को तोडऩे की कोशिश करने से बड़ा कोई अपराध नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि बढ़ते पेट्रोल के दाम का विकल्प हम लोग निकाल लेंगे। रुपए में जो गिरावट आई है यह समस्या केवल भारत के साथ ही नहीं है। अन्य देशों की मुद्रा में भी गिरावट आई है। डॉलर के मुकाबले मुद्रा में गिरावट अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों के कारण आई है। तुर्की की करेंसी में गिरावट के कारण रुपया कमजोर हुआ है। हम अपना एक्सपोर्ट बढ़ाएंगे और आईटी का एक्सपोर्ट और अधिक होगा। कांग्रेस के समय में क्रूड आयल के दाम में इजाफा हुआ था। उस समय विदेशी कम्पनिया भारत में इन्वेस्ट नहीं कर रहे थे लेकिन क्रूड आयल की कीमत बड़ी है आैर डॉलर मजबूत हुआ है। रुपए कमजोर हुआ है फिर भी इन्वेस्टर्स भारत में इन्वेस्ट कर रहे है, यह बड़ी बात है।
श्री सिंह ने कहा कि कश्मीर में जो हालात पैदा हुए हैं वह पहले से ही हैं। लेकिन मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि देश को अब कश्मीर की समस्या का पूरा समाधान देंगे। कश्मीर में जिनके अपहरण हुए थे उसमें हमारे सुरक्षाकर्मियों ने जवाब दिया कि सबको छोडऩा पड़ा। कश्मीर में हमारी जो अपेक्षाएं थी, वह पूरी नहीं हुई, इसलिए हमने गठबंधन तोड़ दिया।
केेन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर की समस्या को लेकर पड़ोसी देश हमेशा भारत को तोड़ने की साजिश करता रहता है जबकि भारत ने हमेशा पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रखने की पहल की है। इस पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बिहारी वाजपेयी ने लाहौर यात्रा पर भी गए थे। वह कहते थे कि जिंदगी में देश बदल सकते हैं पड़ोसी नहीं। हम लोगों ने सब कुछ किया लेकिन मैं कहता हूं कि पाकिस्तान को अपनी हरकतों से बाज आना पड़ेगा।
श्री सिंह ने कहा कि हम कभी भी देश की हेल्दी डेमोक्रेसी प्रभावित करने का मौका नहीं देंगे। जिनकी गिरफ्तारी हुई है वे पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं। इन पर आरोप गंभीर है। किसी सरकार को गिराने की साजिश करना, वायलेंस को प्रमोट करने के लिए अपनी विचारधारा का सहारा लेना और सबसे बड़ी बात किसी देश को तोड़ने के लिए साजिश करना मैं समझता हूं इससे बड़ा अपराध कुछ और नहीं हो सकता। इसलिए जो भी तथ्य सामने आए हैं उन्हीं तथ्यों पर महाराष्ट्र पुलिस ने कार्यवाही की है। कार्यवाही के बाद मैंने वहां के मुख्यमंत्री से बात की और पूरी जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्री ने बताया कि क्यों गिरफ्तारी की गई अब यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है, अब वही इसका अंतिम फैसला होगा।
एक प्रश्न के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के कारण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार नही बनी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में ऐसा काम किया जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी। जनता को अपेक्षा थी, इसलिए सरकार बनी, सरकार चल रही है और आगे भी चलती रहेगी।
उन्होने कहा कि फेक न्यूज़ को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है इससे बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। इस काम के लिए गृह मंत्रालय ने पहल की है। मॉब लिंचिंग नहीं होनी चाहिए। सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग 1984 में हुई थी। वर्ष 1930 में जनगणना जाति के आधार पर हुई थी। आरक्षण का लाभ किस को और कितने लोगों को मिल रहा है यह जानकारी सरकार को होनी चाहिए, इसलिए जातिगत गणना करवाने की बात कही गई थी।
सिंह ने कहा कि सरकार ने देश की जनता की अपेक्षाओं को पहचाना है। पहले भारत गरीब देशों में जाना जाता था, फिर विकासशील की श्रेणी में जाना जाने लगा। मैं चाहता हूं कि अब भारत विकसित देश के रूप में जाना जाए।


