ग्रेेनो प्राधिकरण से 826 फ्लैट खरीदेगा एनएमआरसी
सेक्टर ओमीक्रान-एक में खाली पड़े 826 फ्लैट अगले माह तक आबाद हो जाएंगे

ग्रेटर नोएडा। सेक्टर ओमीक्रान-एक में खाली पड़े 826 फ्लैट अगले माह तक आबाद हो जाएंगे। नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो के सुरक्षा कर्मी व संचालन से जुड़े कर्मचारी इन फ्लैट में रहना शुरू कर देंगे। नोएडा मेट्रो रेले कारपोरेशन ने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास से इन फ्लैटों को खरीदने का फैसला लिया है। फ्लैट खरीदने को लेकर एनएमआरसी और ग्रेनो प्राधिकरण के बीच सहमति हो गई है। इस फैसले से जहां ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को चार सौ करोड़ रूपये मिलेंगे वहीं मेट्रो से जुड़े सुरक्षा व संचालन कर्मचारियों को डिपो के पास से आवास की सुविधा मिल जाएगी।
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर ओमीक्रान-एक व एक-ए में निर्मित फ्लैट की योजना 2010 में निकाली थी। जिसमें तीन बीएचके व दो बीएचके फ्लैट थे। योजना में करीब 1200 फ्लैट आबंटित होने के बाद आबंटियों ने सरेंडर कर दिया था। एक अक्टूबर को प्राधिकरण ने फिर से 1200 फ्लैटों की योजना निकाली थी। बाजार दर से फ्लैट की कीमत ज्यादा होने पर योजना में करीब 11 लोगों ने ही आवेदन किया था। इससे प्राधिकरण की योजना फ्लाप हो गई थी। योजना फ्लाप होने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लाटरी लग गई। नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का संचालन इस माह के अंत तक होने की संभावना है। ऐसे में मेट्रो संचालन व सुरक्षा से जुड़े कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है।
इन कर्मचारियों के लिए आवास की सुविधा आड़े आ रही थी। सेक्टर ओमीक्रान-एक ग्रेटर नोएडा मेट्रो डिपो से जुड़ा हुआ है। ऐसे में नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से 826 फ्लैट खरीदने का फैसला लिया है। जिस पर एनएमआरसी और प्राधिकरण अधिकारियों के बीच सहमति बन गई है। एनएमआरसी दो बीएचके 826 डिलेक्स फ्लैट खरीदने का फैसला लिया है। एक फ्लैट की कीमत 58 लाख रूपये की होगी। जिससे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को करीब चार सौ करोड़ रूपये एनएमआरसी देगा। दोनों विभागों की कागजी प्रक्रिया होने के बाद एनएमआरसी जल्द ही पैसे का भुगतान कर देगा। इन फ्लैट में मेट्रो की सुरक्षा में लगे पीएसी व मेट्रो आपरेशनल से जुड़े कर्मचारियों का आवास होगा। उम्मीद है कि अगले माह तक मेट्रो कर्मचारी इन फ्लैटों में शिफ्ट हो जाएंगे। एक साथ आठ सौ से ज्यादा लोगों के रहने से सेक्टर ओमीक्रान एक आबाद हो जाएगा। इन सेक्टर में आबादी आने से अन्य गतिविधियां भी बढ़ेगी।


