घाटे की भरपाई के लिए नोएडा, ग्रेनो मेट्रो रूट पर चलेंगी एनएमआरसी की क्लस्टर बसें
नोएडा, ग्रेटरनोएडा मेट्रो रूट पर एनएमआरसी अपनी क्लस्टर बसों का संचालन करे

नोएडा। नोएडा, ग्रेटरनोएडा मेट्रो रूट पर एनएमआरसी अपनी क्लस्टर बसों का संचालन करेगी। इसके लिए नया रूट तैयार किया जा रहा है। यह रूट सभी 21 मेट्रो को जोड़ते हुए सेक्टरों को जोड़ेगी। ऐसे में एनएमआरसी बसों की उपयोगिता बढ़ेगी वहीं, घाटे से उबरने में मदद मिलेगी।
वर्तमान में इनके अधिकांश रूटों पर सवारियों की कमी साफ देखी जा सकती है। ऐसे में बसों के मैनटेनेंस का खर्चा भी निकलाना इनके लिए दूभर होता जा रहा है। 29.7 किलोमीटर लंबे मेट्रो लिंक का काम पूरा किया जा चुका है। ट्रेक पर मेट्रो का ट्रायल किया जा रहा है। सितंबर तक सुरक्षा मानकों की जांच पूरी कर ली जाएगी। दिसम्बर में यहां चार कोच वाली 11 मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। पहले फेज में करीब 65 हजार यात्रियों का अनुमान लगाया गया है।
ऐसे में बेहतर ट्रांसपोटेशन व मुसाफिरों को दिक्कत न हो लिहाजा एनएमआरसी की क्लस्टर बसे इन सभी मेट्रो स्टेशनों को जोड़ेंगी। इन बसों का नया रूट तैयार किया जा रहा है। पहले चरण में यहा 50 बसों को लगाया जाएगा। जिनकी अवधि 10-15 मिनट के अंतराल पर होगी। चूकी इन बसों को सेक्टरों से जोड़ा जाएगा। ऐसे में किसी और परिवहन की मुसाफिरों की आवश्यकता नहीं होगी। वर्तमान में एनएमआरसी की 50 बसे शहर में चल रही है।
कमेटी ने इस हिसाब से रूट तय किए थे कि एनएमआरसी की बसों से विभाग को राजस्व मिलेगा और नई योजनाओं के तहत 50 नॉन एसी बसों के अलावा कुल 392 बसे चलाई जाए। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अधिकांश रूटों पर बसों को मुसाफिर नहीं मिल सके। हालांकि नोएडा-ग्रेटरनोएडा रूट पर बसों का संचालन बेहतर है। जाहिर है मेट्रो फीडर की तरह प्रयोग करने पर इन बसों के अलावा एनएमआरसी भी अपने घाटे की भरपाई कर पाएगा।


