नीतीश ने इशारों-इशारों में आरसीपी सिंह को बता दी लक्ष्मण रेखा
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के दो दिग्गजों अध्यक्ष ललन सिंह और केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह के बीच चल रही 'तनातनी' अब शांत पड़ने की उम्मीद है

पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के दो दिग्गजों अध्यक्ष ललन सिंह और केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह के बीच चल रही 'तनातनी' अब शांत पड़ने की उम्मीद है। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री ने पार्टी में किसी प्रकार के विवाद से इंकार करते हुए इशारों ही इशारों में आर सी पी सिंह को उनकी 'लक्ष्मण रेखा' का भी एहसास करा दिया। मुख्यमंत्री ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि पार्टी में सदस्यता अभियान अध्यक्ष के आदेश से ही चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपनी दिल्ली यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने पूर्व अध्यक्ष आर सी पी सिंह से मुलाकात भी की है।
दरअसल, यह पूरा मामला सदस्यता अभियान से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह ने करीब एक सप्ताह पूर्व यह घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री के जन्मदिन यानी एक मार्च से पार्टी का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा।
इस बयान को लेकर जब ललन सिंह से पूछा गया तब उन्होंने इसकी जानकारी होने से इंकार करते हुए कहा कि उन्हें सदस्यता अभियान का पता नहीं। इसके बाद जदयू के दो बडे नेताओं के बीच गतिरोध सार्वजनिक हो गया।
इस संबंध में शनिवार को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा गया तब उन्होंने पार्टी में किसी प्रकार के विवाद से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि ललन सिंह और आरसीपी सिंह सभी एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई सोच रहा है कि ललन सिंह और आरसीपीसी में कोई बात है, तो यह उसका भ्रम है। ऐसी कोई बात नहीं है। यह लोगों की गलतफहमी है। इन दोनों नेताओं में इधर-उधर कुछ भी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत लोग बहुत तरह की भाषा बोलते हैं, इसलिए इसमें कोई बात ही नहीं है। इस दौरान उन्होंने यह भी कह दिया कि पार्टी के अंदर किसी तरह का सदस्यता अभियान राष्ट्रीय अध्यक्ष की मर्जी के बगैर नहीं चलाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान अपने समय से चलेगा। सदस्यता अभियान तीन साल में चलाया जाता है, जिसमें अभी कुछ समय है। जब समय आएगा उसके बाद उसकी शुरूआत होगी।


