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नीतीश कुमार ने दिए ओवैसी की पार्टी के टूटने के संकेत!

बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के टूटने के संकेत दे दिए हैं

नीतीश कुमार ने दिए ओवैसी की पार्टी के टूटने के संकेत!
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पटना। बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के टूटने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने बिहार में एआईएमआईएम के अध्यक्ष और विधायक अख्तरूल इमान की ओर इशारा करते हुए कहा कि तब तो आप अकेले पड़ जाएंगें। एआईएमआईएम के फिलहाल बिहार में पांच विधायक हैं।

बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जवाब दे रहे थे, कि अख्तरूल इमान ने पूर्णिया को राजधानी बनाने की मांग की, जिसे मुख्यमंत्री ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बिहार बहुत छोटा प्रदेश है।

उन्होंने कहा कि राज्य में कहीं से भी राजधानी पांच से छह घंटे में आया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड जब एक था, तब रांची राजधानी थी।

उन्होंने कहा, "मैं तो कोई और राजधानी नहीं बना सकता। मेरे बाद कोई और आएगा तो वे जैसा चाहेंगे करेंगे। मैं तो यह नहीं कर सकता।"

मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद अख्तरूल इमान अपने विधायकों के साथ वॉकआउट करने लगे। नीतीश कुमार ने सहज लहजे में कहा कि आप लोग सदन में बैठकर सुन लीजिए, आगे काम आएगा।

इमान की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा, "आप राजद और जदयू के बाद अब तीसरी पार्टी में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि जा रहे हैं तो जाइए, कहीं अकेले ही न रह जाइएगा।"

इस बयान से यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि नीतीश कहीं एआईएमआईएम के अध्यक्ष को यह संदेश तो नहीं देना चाह रहे हैं कि आप असदुद्दीन ओवैसी के साथ अकेले रह जाएंगें।

बता दें कि एआईएमआईएम के सभी पांच विधायक पिछले महीने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि ये सभी विधायक जल्द ही जदयू का दामन थाम सकते हैं। इसके बाद हालांकि इमान ने स्पष्ट कर दिया था कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से एआईएमआईएम के विधायक मिले थे।

मुख्यमंत्री ने भी कहा था कि मुख्यमंत्री होने के नाते अन्य पार्टियों के विधायक और सांसद उनसे मिलते रहते हैं, लेकिन इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि बिहार में विधानसभा चुनाव होने के बाद जदयू अपने कुनबे को बढ़ाने में जुटी है। इससे पहले बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक जमां खान जदयू का दामन थाम कर मंत्री बन चुके हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पश्चिम बंगाल में भी चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम कर रही है।


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