Top
Begin typing your search above and press return to search.

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए भाजपा से नाता तोड़े नीतीश: तारिक अनवर

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने आज कहा कि समावेशी विकास के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा हर हाल में मिलना चाहिए

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए भाजपा से नाता तोड़े नीतीश: तारिक अनवर
X

पटना। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने आज कहा कि समावेशी विकास के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा हर हाल में मिलना चाहिए और इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत भावना से उपर उठकर आगे आने की जरूरत है ।

बिहार के कटिहार से राकांपा के सांसाद श्री अनवर ने यहां बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर पार्टी की ओर से आयोजित राज्यव्यापी धरना को संबोधित करते हुए कहा कि विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने में जो भी तकनीकी अड़चने हैं उसे केन्द्र सरकार दूर करने का उपाय करे । केन्द्र और बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार है और अब इस मामले में कोई भी बहाना राज्य के लोगों को बर्दाश्त नहीं होगा ।

राकांपा महासचिव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं तो उन्हें केन्द्र सरकार पर इसके लिए दवाब बनाना चाहिए । श्री कुमार यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें बिहार की हक की लड़ाई के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़कर जन आंदोलन में शामिल होना चाहिए । उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग राजग को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों की ओर से की जा रही है ।

अनवर ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह उनकी पार्टी का कोई राजनीतिक मामला नहीं है । विशेष राज्य का दर्जा बिहार के विकास और इसकी प्रगति से जुड़ा हुआ मामला है । उन्होंने कहा कि आर्थिक मामले व्यक्ति और राष्ट्र के जीवन प्रवाह को प्रभावित करतें है क्योंकि आर्थिक मामला विकास से जुड़ा होता है । बिहार को विशेष राज्य का दर्जा उसका हक है ।

राकांपा महासचिव ने कहा कि राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा देने के पीछे मुख्य उद्देश्य उनका पिछड़ापन और क्षेत्रीय असंतुलन दूर करना है । केन्द्र सरकार की यह संवैधानिक जिम्मेवारी भी है । उन्होंने कहा कि पिछले वर्षो में विकास की उंची दर के बावजूद नीति आयोग ने बिहार को बीमारू राज्य बताया था ।

श्री अनवर ने कहा कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद खनिज संपदा से मिलने वाली आय में काफी नुकसान के साथ जरूरी वित्तीय क्षतिपूर्ति नहीं होने के कारण विकास कार्यो में बाधाऐं बढ़ी है । इससे योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है । उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी ने भी चुनाव के समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने का आश्वासन दिया था जिसे अब पूरा करने का अवसर है । अब इस मामले में टालमटोल की नीति तनिक भी बर्दाश्त नहीं की जायेगी ।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it