जमीन पर आमने-सामने नीतीश-तेजस्वी
पिछले कुछ दिनों से जिस तरह जातीय जनगणना के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी एक साथ नजर आ रहे थे, उससे ये कयास लगने लगे थे कि नीतीश कुमार एनडीए का साथ फिर से छोड़कर राजद के साथ आ सकते हैं। लेकिन अब जमीन विवाद पर पहले तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया , जिसके जवाब में नीतीश ने भी तीखे बोल बोले हैं

बिहार की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से किसी बड़े उलटफेर की संभावनाएं जतलाई जा रही थीं, क्योंकि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव एक सुर में जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। लेकिन अब जमीन विवाद में दोनों के बीच फिर तलवारें खिंच गई हैं। दरअसल राष्ट्रीय जनता दल ने पटना में अपने कार्यालय के लिए अतिरिक्त जमीन की मांग की थी। राजद ने आफिस के लिए अतिरिक्त जमीन की मांग करते हुए तर्क दिया था कि आरजेडी बिहार का सबसे बड़ा दल है और हमारा कार्यालय छोटा है। ऐसे में कार्यालय के पास खाली 14 हजार वर्ग फीट जमीन राजद को आवंटित कर दी जाए। तेजस्वी ने ट्विटर पर इस बारे में लिखा,
JDU कार्यालय- 66000 वर्ग फीट, MLA-41
BJP- 52000 वर्ग फीट, MLA- 74
RJD- 19842 वर्ग फीट, MLA- 75
अब माननीय मुख्यमंत्री से सबसे बड़ी पार्टी राजद के कार्यालय के लिए सबसे कम आवंटित जमीन की सच्चाई पर सवाल पूछ लिया तो आदतन गुस्सा आ गया।
JDU ने विधायकों के फ़्लैट तोड़ जमीन क़ब्ज़ाई है। pic.twitter.com/TGyTyZmObR
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने इसके साथ ही आरोप लगाया कि जदयू ने विधायकों के फ्लैट तोड़कर जमीन कब्जाई है। जिसके जवाब में अब नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि राजद ने जिस स्थान पर भूमि की मांग की थी वो उन्हें दी गई है। नीतीश ने कहा कि अब क्या आसमान से जमीन खरीद कर लाएं? राजद क्या बोलता है ये वही जाने। 2006 के बाद राजनीतिक दलों के लिए बाकायदा इंतजाम किया गया था। राजद ने जिस स्थान पर भूमि मांगी थी, वह हमारी सरकार ने ही दी है। अब क्या आसमान से लाएं जमीन?


