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कोसी पर दोबारा बने बी पी मंडल सेतु का नीतीश ने किया उद्घाटन

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को खगड़िया जिले के डुमरी घाट में कोसी नदी पर बने बी़ पी. मंडल सेतु का रिमोट का बटन दबाकर उद्घाटन किया

कोसी पर दोबारा बने बी पी मंडल सेतु का नीतीश ने किया उद्घाटन
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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को खगड़िया जिले के डुमरी घाट में कोसी नदी पर बने बी़ पी. मंडल सेतु का रिमोट का बटन दबाकर उद्घाटन किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, "शुरुआत में हमलोगों ने बिहार के किसी कोने से पटना पहुंचने के लिए छह घंटे का लक्ष्य रखा था, जो लगभग प्राप्त किया जा चुका है। अब बिहार के किसी कोने से पटना पहुंचने के लिए पांच घंटे का नया लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए पुलों के मजबूतीकरण, नए पुलों के निर्माण के साथ-साथ पुराने पथों के चौड़ीकरण एवं नए पथों के निर्माण के कार्य किए जा रहे हैं।"

बी़ पी़ मंडल सेतु पहले वर्ष 1990 में बना था। वर्ष 2010 में कोसी की बाढ़ में यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था और इस पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया था। इसके बाद 56 करोड़ रुपये की लागत से इसे फिर से बनाया गया। इसके उद्घाटन के बाद इस पुल पर आवाजाही फिर से शुरू हो गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी पुल के समानांतर एक नए पुल की भी अनुशंसा की गई है, जिससे महेशखुंट से सहरसा के बीच आवागमन और आसान हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुल्तानगंज से अगवानी घाट के बीच नए पुल का निर्माणकार्य तेजी से चल रहा है। इस पुल निर्माण के बाद सहरसा और भागलपुर की दूरी कम हो जाएगी।

जमीन अधिग्रहण को एक समस्या बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हमलोग सड़कों के निर्माण में और तेजी चाहते हैं, लेकिन जमीन अधिग्रहण न हो पाने की वजह से काम की गति थोड़ी अवरुद्ध हो जाती है। उन्होंने कहा कि खगड़िया-सहरसा-मधेपुरा-सुपौल के बीच संपर्कता बहाल करने के लिए नए पथों का निर्माण किया जा रहा है, इससे लोगों को पटना आने में आसानी होगी।"

उन्होंने इस मौके पर मानसी से बदलाघाट की सात किलोमीटर लंबी सड़क को 'डबल लेन' बनवाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बदलाघाट से फनगोघाट के बीच करीब 15 किलोमीटर की दूरी है और इसके बीच चार नदियां- बागमती, कात्यायनी कमला, मृत कोसी एवं कोसी नदी है। इस दूरी को पाटने के लिए उच्चस्तरीय पुलों का निर्माण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, "हमलोग न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर हैं, न्याय के साथ विकास का तात्पर्य है हर तबके का विकास, हर इलाके का विकास।"

उन्होंने कहा कि बिहार 'लैंड लक्ड स्टेट' है और यहां बड़े उद्योग नहीं लग रहे हैं, लेकिन लघु उद्योग की संभावना बढ़ रही है। सरकार विकेंद्रित तरीके से राज्य में विकास कर रही है।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, सांसद चौधरी महबूब अली कैसर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।


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