नीतीश को किसी ऐरे-गैरे से प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं : आरसीपी
जदयू नेता ने कहा कि जदयू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलती है

पटना। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने पार्टी से निष्कासित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए आज कहा कि श्री कुमार को किसी ऐरे-गैरे से प्रमाण-पत्र लेने की जरूरत नहीं है।
श्री सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार को पिछलग्गू बनाने की किसी में औकात नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष श्री कुमार को किसी ऐरे-गैरे से प्रमाण-पत्र लेने की जरूरत नहीं है।
जदयू नेता ने कहा कि जदयू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलती है। उन्होंने कहा कि बिहार किसी भी क्षेत्र में पिछड़ा नहीं है। जनता जानती है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कितना काम किया है।
वहीं, जदयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के. सी. त्यागी ने सवालिया लहजे में कहा कि यदि श्री प्रशांत किशोर ऐसा मानते हैं कि वर्ष 1990 और 2005 का बिहार एक जैसा है तो वर्ष 2015 में वह श्री नीतीश कुमार से क्यों जुड़े थे। यदि उनका मानना है कि श्री कुमार के नेतृत्व में बिहार का विकास नहीं हुआ है तो उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद नहीं स्वीकार करना चाहिए था।


