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इसरो में ‘ध्रुव’ का उद्घाटन किया निशंक ने

देश के 60 अत्यंत प्रतिभाशाली छात्रों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा प्रशिक्षित करने वाला कार्यक्रम ‘ध्रुव’ न केवल छात्रों के लिए बल्कि समाज के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित होगा

इसरो में ‘ध्रुव’ का उद्घाटन किया निशंक ने
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बेंगलुरु । मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि देश के 60 अत्यंत प्रतिभाशाली छात्रों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा प्रशिक्षित करने वाला कार्यक्रम ‘ध्रुव’ न केवल छात्रों के लिए बल्कि समाज के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित होगा।

श्री निशंक ने इसरो के मुख्यालय में प्रधानमंत्री नवाचार प्रशिक्षण कार्यक्रम ध्रुव का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को साकार करने के लिए आयोजित किया गया है और इन छात्रों की उपलब्धियों से पूरा विश्व इस बात को मान लेगा कि ‘सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा है।’ उन्होंने कहा कि ये छात्र देश के 33 करोड़ छात्राें के लिए प्रेरक होंगे और उनके लिए एक रास्ता तैयार करेंगे जिस पर चलकर वे नवाचार और वैज्ञानिक चेतना को विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने मेकिंग इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, डिजिटल इंडिया एवं अन्य कार्यक्रमों ने देश को विश्व का नेतृत्व प्रदान किया है।

उन्होंने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय के इन 60 चुने गये छात्रों में 30 विज्ञान के और 30 कला वर्ग के हैं और ये मुख्यत: नौवीं से 12वीं तक छात्र हैं। समारोह में 14 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इसरो के प्रमुख डॉ. के. शिवन कहा कि हर छात्र हमारे लिए एक ध्रुव तारा के समान है और इस कार्यक्रम से युवा पीढ़ी को नयी प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने ये भी कहा कि नयी प्रतिभाओं और कुशाग्र बुद्धि वाले युवा विशेषज्ञों ने ही इसरो के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नयी ऊंचाई प्रदान की है और जनता की समस्याओं को सुलझाने में योगदान दिया है।

देश के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने कहा कि ध्रुव तारा अपने अपने क्षेत्रों में भविष्य के नवाचार दूत हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की वे जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और आतंकवाद जैसी चुनौतियों का डटकर मुकाबला करें और अपने जीवन में नयी ऊंचाईयों को हासिल करें। उन्होंने कहा कि जीवन में धन ही सब कुछ नहीं होता बल्कि समाज के लिए किए गए कार्यों से भी संतुष्टि मिलती है।

धु्व कार्यक्रम के तहत चुने गये 60 छात्रों का यह पहला बैच है।

कार्यक्रम में अटल नवाचार मिशन के निदेशक आर. रमन्न और स्कूली शिक्षा सचिव रीना रे एवं इसरो के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।


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