निशंक ने किया हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय परियोजना का उद्घाटन
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की पांच परियोजनाओं का उद्घाटन किया

नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की पांच परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
डॉ निशंक ने पुरूष छात्रावास, अभियांत्रिकी कार्यशाला, मिनी ऑडिटोरियम, वाई-फाई पार्क, कुलपति आवास -सह- कैम्प कार्यालय का उद्घाटन ऑनलाइन समारोह में किया। इस डिजिटल समारोह में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय शामराव धोत्रे, प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवर पाल तथा स्थानीय सांसद धर्मबीर सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने सभी गणमान्य अतिथियों को स्वागत किया और इस आयोजन में शामिल होने के लिए उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
डॉ निशंक ने कहा, “ आज का युग डिजिटल प्रणाली का युग है। यह तकनीक का ही करिश्मा है कि आज मैं हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से कर पा रहा हूँ।” हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय आधारभूत संरचना के मोर्चे पर प्रगति के साथ-साथ शिक्षा एवं शोध के मोर्चे पर भी देश के उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच अपनी अलग पहचान रखता है। इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षण, अनुसंधान एवं नवाचार के मोर्चे पर जिस तरह से कार्य किया है, वह सराहनीय है। नैक द्वारा पहली ही बार ‘ए’ ग्रेड प्राप्त कर लेना उल्लेखनीय है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बीच भी ऑनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं शिक्षक एक-दूसरे के सम्पर्क में रहे और पढ़ाई को नियमित रखा, जिसके लिए वे बधाई के पात्र है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने संकट की घड़ी में अपने अध्ययन को जारी रखते हुए विश्वविद्यालय के साथ मिलकर विभिन्न माध्यमों से लोगों को कोरोना वायरस के खतरे के प्रति जागरूकता अभियान चलाया तथा मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित किए। ये सभी कार्य समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दिखाते हैं।
श्री धोत्रे ने कहा कि हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने प्रथम-दृष्ट्या जो छाप छोड़ी है उससे मुझे लगता है कि यहाँ के सक्रिय व गतिशील नेतृत्व, भावप्रवण अध्यापक-गण और ऊर्जस्वी विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय की सफलता के लिए कठोर परिश्रम किया है। थोड़े ही समय में विश्वविद्यालय परिवार ने सुपरिभाषित दर्शन एवं लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सफल कार्य किया है, फिर चाहे वह शिक्षक-भर्ती का मामला हो, नए पाठ्यक्रम शुरु करने का प्रश्न हो, शोध या नवप्रवर्तन हो, सामुदायिक विकास हो, आधारभूत संरचनात्मक ढांचा हो, या छात्रों की संख्या में प्रचुर विविधता। विश्वविद्यालय पूरे देश से विद्यार्थियों तथा अध्यापकों के रूप में उत्कृष्ट बुद्धिमत्ता, योग्यता एवं निपुणता को आकृष्ट करने में सफल रहा है, उसी का परिणाम है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं तथा नेट, जे.आर.एफ. तथा गेट आदि में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रो. कुहाड़ ने इस अवसर पर एक वृत्तचित्र, ‘प्रगति के पथ पर विश्वविद्यालय‘ के माध्यम से विश्वविद्यालय के विकास की जानकारी गणमान्य अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत की। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अधिष्ठाता, प्रो. संजीव कुमार ने सभी गणमान्यों का कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्तुत किया।


