कमला को टक्कर देंगी ट्रंप की ये उम्मीदवार
अमेरिका में 3 नवंबर को चुनाव हैं. जहां डेमोक्रेटिक पार्टी के तरफ से भारवंशी कमला हेरिस के नाम पर मुहर लग चुकी है, वहीं अब ये कयास लगाए जा रहें हैं कि डोनाल्ड ट्रंप भी उपराष्ट्रपति पद के लिए भारत मूल की निवासी निकी हेली के नाम पर मुहर लगा सकते हैं..तो कौन है अमेरिका में कमला हेरिस को टक्कर देने वाली निकी हेली

अमेरिका में जब चुनाव आता है, तो भारत और भारतीयों का महत्व कुछ ज़्यादा बढ़ जाता है ...और इन दिनों आगामी चुनाव से पहले अमेरिका में भारतीयों की गूंज जोरों पर है... इसी क्रम में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडेन ने पहले ही भारतीयों को रुझाने के लिए उपराष्ट्रपति के पद पर भारतमूल की निवासी कमला हैरिस के नाम पर मुहर लगाई है...वहीं अब डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से ये कयास लगाए जा रहें हैं कि वो कमला हैरिस के खिलाफ भारवंशी निकी हेली के नाम पर मुहर लगा सकते हैं. निकी भी भारतीय मूल से हैं.इसलिए अमेरिका में निकी हेली के नाम की चर्चाएं जोरों पर है..चलिए आपको ये भी बता देते हैं कि दोनों पार्टियां उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय चेहरों को क्यों करना चाहती हैं आगे... दरअसल कमला हैरिस और निकी हेली दोनों भारतीय मूल की पहली पीढ़ी के अमेरिकी हैं और उन महिलाओं में से हैं, जो रंगभेद के खुले और छिपे भेदभाव के बीच भी अपनी-अपनी पार्टियों में टॉप पर पहुंच सकीं. अब डेमोक्रेट की ओर से कमला की तगड़ी दावेदारी को देखते हुए अमेरिकी राजनीति विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि शायद ट्रंप उपराष्ट्रपति माइक पेंस की जगह निकी हेली की उम्मीदवारी सामने लाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा भारतीय अमेरिकी वोटरों को लुभाया जा सके.साथ ही आपको य़े भी बता देते है कि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से जिस नाम की चर्चाएं बनीं हुई है वो आखिर है कौन. UN यानी संयुक्त राष्ट्र में राजदूत और साउथ कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निकी हेली का जन्म अमेरिका के एक अप्रवासी पंजाबी परिवार में हुआ. दरअसल हेली के पिता सरदार अजीत सिंह रंधावा और मां राज कौर रंधावा पंजाब के अमृतसर से अमेरिका जाकर वहां बस गए थे. निकी का पूरा नाम निमराता निकी रंधावा था. निकी के बारे में कहा जाता है कि वे कम उम्र से ही अपने परिवार के आर्थिक मामलों और बजट पर खूब ध्यान दिया करती थीं. साल 2010 में वे अल्पसंख्यक समुदाय से पहली गवर्नर बनी. यहां तक कि अमेरिका की सबसे युवा गवर्नर का रिकॉर्ड भी उन्होंने बनाया. वे केवल 37 साल की उम्र में गवर्नर बनी थीं. बाद में साल 2018 में ट्रंप से कुछ मतभेदों के कारण उन्होंने यूएन के राजदूत के पद से इस्तीफा दे दिया था,,, हालांकि तब भी उन्होंने साफ किया था कि वे ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार करेंगी. यानी अब अगर ट्रंप वाइस प्रेसिडेंट के लिए निकी से बात करें तो कोई हैरानी नहीं होगी. बहरहाल अब देखना होगा की ट्रंप डेमोक्ट्स पार्टी कमला हेरिस के सामने उपरष्ट्रपति पद के लिए निकी हेली के नाम पर मुहर लगाते है या नहीं ...


