एनआईए ने झारखंड में पीएलएफआई को जोड़ने वाले रंगदारी मामले में छापेमारी की
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) द्वारा झारखंड में रंगदारी वसूली से जुड़े एक मामले में आरोपी व्यक्तियों के दो परिसरों की तलाशी ली है

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) द्वारा झारखंड में रंगदारी वसूली से जुड़े एक मामले में आरोपी व्यक्तियों के दो परिसरों की तलाशी ली है। जांच एजेंसी ने कहा कि एनआईए ने शनिवार को हजारीबाग जिले के बुंडू गांव में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और अमन साहू गैंग के सहयोगी आरोपी व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी ली।
एनआईए ने इस साल चार मार्च को लातेहार में तेतरियाखड कोलियरी में जबरन वसूली और सरकारी गतिविधियों में व्यवधान के लिए आतंकवादी कृत्यों की साजिश और कमीशन के संबंध में मामला दर्ज किया था।
आरोपी व्यक्तियों ने 18 दिसंबर, 2020 को तेतरियाखड कोलियरी में पांच वाहनों को नष्ट कर दिया था, जिससे चार नागरिक घायल हो गए थे।
गिरफ्तार और फरार आरोपियों के आवासीय परिसरों में शनिवार को की गई तलाशी में डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
एनआईए के अनुसार, गैंगस्टर सिन्हा और साहू ने कुख्यात गैंगस्टर शाहरुख और एक अन्य आरोपी प्रदीप गंझू के साथ-साथ आतंकवादी संगठनों टीपीसी और पीएलएफआई के कई सदस्यों के साथ राज्य में अपनी आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों के विस्तार के लिए हत्या, जबरन वसूली और धन जुटाने की साजिश रची थी।


