अगला चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा: कैलाश विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय ने किसान अांदोलन की आग से जूझ रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सर्वसक्षम मुख्यमंत्री बताते हुए कहा है कि अगला चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा
इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने किसान अांदोलन की आग से जूझ रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सर्वसक्षम मुख्यमंत्री बताते हुए कहा है कि अगला चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
आज यहां किसानों के प्रतिनिधियों से चर्चा के इस बहुचर्चित कार्यक्रम में श्री विजयवर्गीय ने एक किसान प्रतिनिधि के सवाल के संबंध में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री सर्वसक्षम हैं और हम प्रदेश में अगला चुनाव भी उन्हीं की अगुवाई में लड़ेंगे। किसान प्रतिनिधि कांग्रेस के एक विधायक के परिवार का सदस्य बताया जा रहा है। उसने किसानों से चर्चा के इस कार्यक्रम के दौरान विजयवर्गीय से मुख्यमंत्री पद संभालने की बात कही थी, जिस पर श्री विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस भाजपा में फूट डालना चाहती है।
विजयवर्गीय ने एक तरफ मुख्यमंत्री के भोपाल में उपवास पर बैठकर किसानों की समस्या सुने जाने और इसी दौरान उनके द्वारा इंदौर और कल महू में किसानों की समस्या सुने जाने के प्रश्न पर कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा उपवास की घोषणा करने के पूर्व ही वे किसान प्रतिनिधियों को मिलने का समय दे चुके थे।
यही वजह है कि वे उनसे मिल रहे हैं।
इस दौरान इंदौर क्षेत्र स्थित बीजलपुर, देवगुराड़िया, सांवेर, निपानिया, मांगलिया और शिप्रा से 500 से ज्यादा किसान पहुंचे थे। किसान प्रतिनिधियों ने फसलों के वाजिब दाम, पूर्णत: कर्ज माफी, बीते दो वर्षों के बिजली माफ किये जाने, फसल बीमा स्वेच्छिक किये जाने, हाल ही में संशोधित कर लागू किये गए ग्राम एवं शहर अधिनियमों में भूमि अधिग्रहण सम्बन्धी नए नियमों को किसान विरोधी बताते हुए नियम बदले जाने की मांग की।
विजयवर्गीय ने किसानों की मांगों को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एवं संबंधित केंद्रीय मंत्रालय और मध्यप्रदेश सरकार के समक्ष रखकर उचित हल निकाले जाने का आश्वासन दिया। इस दौरान पार्टी के स्थानीय विधायक रमेश मेंदोला भी मौजूद थे। कार्यक्रम के इंदौर जिला भाजपा द्वारा प्रेषित आमंत्रण पत्र अनुसार विधायक राजेश सोनकर और विधायक मनोज पटेल को यहां पहुंचना था, लेकिन वे नहीं पहुंचे।


