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बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर राहुल गांधी के उठाए सवाल बिल्कुल सही: संजय राउत

शिवसेना(यूबीटी) नेता संजय राउत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने बिहार को ‘भारत की क्राइम कैपिटल’ बनाने का दोष सरकार पर मढ़ा है। संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी जो बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं वो बिल्कुल सही है

बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर राहुल गांधी के उठाए सवाल बिल्कुल सही: संजय राउत
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मुंबई। शिवसेना(यूबीटी) नेता संजय राउत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने बिहार को ‘भारत की क्राइम कैपिटल’ बनाने का दोष सरकार पर मढ़ा है। संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी जो बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं वो बिल्कुल सही है।

दरअसल, राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा, “पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को भारत की क्राइम कैपिटल बना दिया है। आज बिहार लूट, गोली और हत्या के साए में जी रहा है। अपराध यहां ‘नया नॉर्मल’ बन चुका है और सरकार पूरी तरह नाकाम। इस बार वोट सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, बिहार को बचाने का है।"

मीडिया से बातचीत के दौरान संजय राउत ने ठाकरे भाइयों को लेकर विपक्ष की ओर से पूछे जा रहे सवालों पर कहा, "सत्ता पक्ष में शामिल राजनीतिक दल भी बताएं कि वह किस हित के लिए एक साथ आए हैं। अगर वह कहते हैं कि हम राजनीति के लिए साथ आए हैं तो ठाकरे भाई भी राजनीति के लिए साथ आए हैं, मराठियों के हित के लिए साथ आए हैं।"

त्रिभाषा नीति का विरोध करने वाले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के एक मंच पर आने का स्वागत किया।

स्टालिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा। मुख्यमंत्री के इस पोस्ट पर संजय राउत ने कहा कि दक्षिणी राज्य इस मुद्दे पर वर्षों से लड़ रहे हैं। उनकी मांग है कि हिंदी को पूरी तरह से न थोपा जाए। इसका मतलब यह नहीं है कि हम हिंदी नहीं बोलेंगे या हम अपने राज्यों में किसी को हिंदी बोलने नहीं देंगे। यह हमारा रुख नहीं है। हम हिंदी बोलते हैं - आपने देखा होगा। मैं हिंदी बोलता हूं, हिंदी में पढ़ता हूं, हिंदी में देखता हूं और हिंदी में सोचता भी हूं। हमारी आपत्ति प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी को अनिवार्य बनाने पर है। हम इसे लागू नहीं होने देंगे। हमारी लड़ाई यहीं तक सीमित थी और इस संदर्भ में हमने जीत हासिल की है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हमें इस जीत पर बधाई दी और कहा कि हमारी सफलता उनके संघर्ष को भी प्रेरित करेगी। हम उन्हें अपनी शुभकामनाएं देते हैं।


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