राज्यसभा में अलवर की घटना पर कांग्रेस का हंगामा
कांग्रेस सदस्यों ने राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों के हमले की घटना को लेकर आज राज्यसभा में भारी हंगामा किया
नयी दिल्ली। कांग्रेस सदस्यों ने राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों के हमले की घटना को लेकर आज राज्यसभा में भारी हंगामा किया और कार्यवाही बाधित करने की कोशिश की लेकिन उप सभापति पी जे कुरियन ने कार्यवाही स्थगित करने से इंकार कर दिया, सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर शून्यकाल में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मुद्दे को उठाया और कहा कि कल भी कई सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया था लेकिन संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने इस घटना के होने से इंकार किया था जबकि दूसरे सदन में गृह मंत्री ने घटना की बात मानी थी।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने सदन को गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ महीने पहले गौरक्षकों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी लेकिन गौरक्षकों पर उसका कोई असर नहीं हुआ है। इस मामले में गृह मंत्री को सदन में बयान देना चाहिए। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने कल गुराजत, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गौरक्षकों से जुड़ा मामला उठाया था जबकि गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में ऐसी कोई घटना नहीं हुयी है।
राजस्थान के अलवर में एक घटना हुयी है और इसको लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी है और छह लोग गिरफ्तार किये गये हैं। राज्य सरकार कार्रवाई कर रही है और किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अभी दिल्ली से बाहर हैं और सोमवार को वह सदन में बयान देंगे। हालांकि कांग्रेस सदस्य श्री नकवी के बयान से संतुष्ट नहीं हुये और सदन के बीचोंबीच आकर नारेबाजी करने लगे और माफी मांगों माफी मांगो के नारे लगाने लगे। करीब छह सात मिनट तक नारेबाजी करते रहे। इस दौरान कुरियन ने कहा कि अधिकांश सदस्य कार्यवाही चलने देना चाहते हैं और कुछ सदस्य सदन को बाधित नहीं कर सकते हैं।
अनुशासन का पालन करने वाले सदस्यों के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसके मद्देनजर वह कार्यवाही स्थगित नहीं करेंगें। कांग्रेस सदस्य गैर जिम्मेदाराना काम कर रहे हैं और कार्यवाही स्थगित करने का दवाब बना रहे हैं जबकि वह ऐसा नहीं करेंगें। मंत्री किसके लिए माफी मांगेंगे। मंत्री माफी नहीं मांगेंगे। इसी दौरान जनता दल यूनाइटेड के शरद यादव ने कहा कि संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने कल सदन में बयान दिया था लेकिन लोकसभा में गृहमंत्री ने जो बयान दिया था वह अलग था जबकि दोनों सदनों के बयान एक जैसे होने चाहिए।
आजाद ने कहा कि यह सरकार हमेशा राज्यसभा का अपमान करती आ रही है। चार दिनों के बाद बयान दिये जाने का क्या मतलब बनता है। यदि गृह मंत्री मौजूद नहीं हैं तो गृह राज्य मंत्री बयान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अलवर की घटना में शामिल अपराधियों को एक दिन के रिमांड पर रखा गया है जबकि थपड़ मारने के अपराधी का रिमांड 15 दिनों का होता है।
नकवी ने कहा कि अपराधी, कातिल, गुंडा और बदमाश को हिन्दु मुसलमान की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। अपराधी सिर्फ और सिर्फ अपराधी होता है। अलवर घटना में शामिल अपराधियों को छोड़ा नहीं जायेगा अाैर इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। हालांकि इसके बाद कांग्रेस सदस्य शांत हो गये और अपनी अपनी सीटों पर लौट गये और फिर सदन में शून्यकाल हो सका।


