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भारतीय टीम में शामिल होने की खबर घरवालों से मिली: मयंक अग्रवाल

घेरलू क्रिकेट में बल्ले से लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले सलामी बल्लेबाज मयंत अग्रवाल को शनिवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के लिए चुनी गई भारतीय टीम में चुना गया है

भारतीय टीम में शामिल होने की खबर घरवालों से मिली: मयंक अग्रवाल
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नई दिल्ली। घेरलू क्रिकेट में बल्ले से लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को शनिवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के लिए चुनी गई भारतीय टीम में चुना गया है। मयंक को भारतीय टीम में शामिल होने की खबर अपने घरवालों से मिली।

27 साल के कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने कहा, "मेरे घरवालों ने फोन पर मुझे इस बात की जानकारी दी। मैं काफी खुश हुआ। मेरे घर वाले भी काफी खुश थे।"

अपने चयन पर मयंक का कहना है कि वह इससे काफी खुश हैं और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। मयंक इस समय वडोदरा में हैं जहां वह भारतीय बोर्ड एकादश के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ दो दिवसीय मैच खेल रहे हैं। मयंक ने इस मैच में पहले दिन 90 रनों की पारी खेली।

मयंक ने चयन के बाद कहा, "मैं भारतीय टेस्ट टीम में नाम आने से काफी खुश और उत्साहित महसूस कर रहा हूं। यह बेहद सुखद अहसास है। मेरी कोशिश मौका मिलने पर अच्छा प्रदर्शन करने की होगी।"

मयंक ने पिछले सीजन ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपने बल्ले का जमकर जौहर दिखाया था। साथ ही उन्होंने इंडिया-ए के लिए भी बीते एक साल में कई अच्छी पारियां खेलीं हैं। इसी वजह से वह चयनकर्ताओं की नजरों में बने हुए थे, लेकिन टीम में जगह बनाने से चूक रहे थे।

मयंक से जब पूछा गया कि क्या इतने दिनों तक नजरअंदाज किए जाने से वह हताश थे तो उन्होंने कहा कि उनका काम अच्छा प्रदर्शन करना है और यही उनके हाथ में है न कि चयन।

बकौल मयंक, "एक खिलाड़ी के तौर पर आपके हाथ में आपका प्रदर्शन होता है आप उसी को नियंत्रित कर सकते हो और मेरा ध्यान अपने प्रदर्शन पर ही होता है बाकी चीजें मेरे हाथ में नहीं हैं तो मैं उन पर ध्यान नहीं देना चाहता।"

उन्होंने कहा, "इस सीजन की शुरुआत भी मैंने इस सोच के साथ की थी कि पिछले सीजन में मैंने जो अच्छा प्रदर्शन किया उसे जारी रख सकूं। मेरा उन चीजों पर ध्यान था जो मुझे परिणाम दे रही थीं।"

मयंक रणजी ट्रॉफी 2017-18 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे। उन्होंने आठ मैचों की 13 पारियों में 105.45 की औसत से 1160 रन बनाए थे जिसमें पांच शतक और दो अर्धशतक भी शामिल हैं। इन पांच शतकों में महाराष्ट्र के खिलाफ लगाया गया तिहरा शतक भी शामिल है। मयंक ने इसी प्रदर्शन के कारण अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।

विजय हजारे ट्रॉफी 2017-18 में भी मयंक सर्वोच्च स्कोर रहे थे। उन्होंने आठ मैचों में 90.73 की औसत से 723 रन बनाए थे जिसमें तीन शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।


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