नवनियुक्त महामंत्री धर्मपाल पहुंचे लखनऊ, बोले, संगठन का विस्तार अनवरत रहेगा जारी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनियुक्त संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह का मंगलवार को लखनऊ में औपचारिक परिचय हुआ

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनियुक्त संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह का मंगलवार को लखनऊ में औपचारिक परिचय हुआ। धर्मपाल ने कहा कि संगठन का विस्तार अनवरत जारी रहेगा। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, झारखंड के प्रदेश महामंत्री (संगठन) कर्मवीर , उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मौजूद रहे।
राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि संगठनात्मक विकास व संख्यात्मक विस्तार की ²ष्टि से उत्तर प्रदेश में भाजपा का मजबूत स्थान बना है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक, सामाजिक क्षेत्र में परिवर्तन स्वाभाविक है। इसलिए जीवन के हर क्षेत्र के परिवर्तन को सकारात्मक रूप में स्वीकार करना चाहिए।
धर्मपाल के नेतृत्व में प्रदेश संगठन आगे के चरणों में प्रवेश करने वाला है। हमने सारे चुनाव संगठन की सक्रियता व कार्यकर्ताओं की ताकत को एक दिशा में गढ़ने से जीते हैं। सभी कार्यकर्ताओं को अपने मन में एक संकल्प रखना है कि संगठन विस्तार के कार्य को मजबूत करना तथा अपने कार्य को स्थायी रूप देना है और कार्य में गुणात्मक वृद्वि लाना है।
प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में संगठनात्मक ²ष्टि से भाजपा पूरे प्रदेश में सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी, सर्वव्यापी और सर्वग्राही दल के रूप में ख्याति प्राप्त है।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता तपस्वी हैं। वह बहुत संघर्ष करते हैं। सुनील जी के रहते हुए बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ताओं का समायोजन भी हुआ है। उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता परिश्रम की पराकाष्ठा करते हैं।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यूपी में कार्यकतार्ओं ने अथक परिश्रम कर पार्टी को बुलन्दियों पर पहुंचाया है। कहा कि, सुनील बंसल ने उत्तर प्रदेश को संगठन मंत्री के रूप में पार्टी के प्रति निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम बूथ स्तर तक खड़ी की है। कहा कि, 2014 से 2022 तक हुए हर चुनाव में पार्टी को अभूतपूर्व सफलता हासिल हुई है। प्रदेश के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी उत्तर प्रदेश में विभिन्न संगठनात्मक दायित्वों का निर्वहन करते हुए पूरे प्रदेश के बारे में अच्छे से जानते हैं। उनके अनुभवों का लाभ निश्चित रूप से लोकसभा के चुनाव में पार्टी को मिलेगा। सपा-बसपा और कांग्रेस जैसे दल जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार वाली सोच से उबर नहीं पा रहे हैं। ये दल हर चुनाव में किसी न किसी नए गठबंधन के साथ सामने आते हैं, लेकिन जनता इन्हें नकार देती है।


