बीए जाँच से बचने वाले एयर इंडिया के पायलट का लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित
नयी दिल्ली ! सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के वरिष्ठ पायलट के ब्रीद एनलाइजर (बीए) जाँच से बचने के मामले में नागर विमानन महानिदेशालय

नयी दिल्ली ! सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के वरिष्ठ पायलट के ब्रीद एनलाइजर (बीए) जाँच से बचने के मामले में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आज उनका लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
एयर इंडिया में कार्यकारी निदेशक (परिचालन) कैप्टन अरविंद कठपालिया ने 19 जनवरी को दिल्ली से जाने वाली एक घरेलू उड़ान के लिए ड्यूटी से पहले या बाद में बीए जाँच नहीं करायी थी। उड़ान से पहले उन्होंने डीजीसीए से उड़ान के बाद जाँच कराने की अनुमति माँगी थी जो उन्हें मिल गयी थी। लेकिन, उन्होंने उड़ान के बाद भी जाँच नहीं करायी।
डीजीसीए ने आरंभिक रिपोर्ट के आधार पर 08 फरवरी को तत्काल प्रभाव से जाँच पूरी होने तक उन्हें ड्यूटी से हटा दिया था। उनके लाइसेंस के निलंबन की अवधि भी 08 फरवरी से प्रभावी मानी जायेगी।
कैप्टन कठपालिया के खिलाफ इंडियन कामर्शियल पायलट्स एसोसिएशन ने शिकायत की थी कि वह अक्सर बीए जाँच से बचते हैं। नियमों के मुताबिक, विमान उड़ाने के लिए जाने से पहले पायलट को स्वयं यह जाँच करानी होती है। उसने डीजीसीए तथा सरकार को भी पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया था।
डीजीसीए ने एयर इंडिया के मुख्य संरक्षा अधिकारी को मामले की जाँच के आदेश दिये थे। एयर इंडिया ने जाँच के लिए एक पैनल का गठन किया था जिसने अंतिम रिपोर्ट डीजीसीए को सौंप दी है। डीजीसीए ने अपने स्तर पर भी दिल्ली हवाई अड्डे पर बीए जाँच के नमूने लेने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की थी।


