आरपीएफ ने 18 हजार से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया : प्रभु
नई दिल्ली ! रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने देश की जीवन रेखा भारतीय रेलवे की सुरक्षा के लिये रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) की भूमिका की सराहना करते हुए

नई दिल्ली ! रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने देश की जीवन रेखा भारतीय रेलवे की सुरक्षा के लिये रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) की भूमिका की सराहना करते हुए आज कहा कि वर्ष 2016 में इस बल ने सुरक्षा संबंधी 18 हजार से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया है। प्रभु ने आरपीएफ के यहां स्थित छठी बटालियन आरपीएसएफ, दयाबस्ती, में दीक्षांत परेड की सलामी लेने के बाद समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह बात कहीं। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल, रेलवे बोर्ड के सदस्य स्टाफ, बोर्ड के अन्य सदस्य, आरपीएफ के महानिदेशक एस के भगत, केंद्रीय पुलिस संगठनों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर रेल मंत्री ने परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। रेल मंत्री ने अपने संबोधन में आरपीएफ के जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे जवानों के मेडल अन्य जवानों के लिये प्रेरणास्रोत बनेंगे। उन्होंने कहा कि आरपीएफ सिविल प्रशासन की सहायता से लेकर विधानसभा एवं संसदीय चुनावों तक हर मौके पर रेल संपत्ति, यात्रियों एवं संबंधित सेवाओं की सुरक्षा करता है। यह बल ढाई हजार मेल/एक्सप्रेस गाडिय़ों और हजारों स्टेशनों एवं रेलवे परिसरों की सुरक्षा करता है।
उन्होंने कहा कि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिये ट्विटर हैंडल और सुरक्षा हेल्पलाइन 182 शुरू की है जिनसे 2016 में 18 हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई और उनमें तुरंत सहायता प्रदान की गयी। कुल 983 स्टेशनों पर लगभग पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिये महिला सुरक्षाकर्मियों की अलग-अलग टीमें बनायीं गयी हैं।
रेल मंत्री ने इस अवसर पर प्रतिभाशाली आरपीएफ/ आरपीएफएस कार्मिकों को उत्कृष्ट अन्वेषण के लिए रेल मंत्री का पुरस्कार और बहादुरी के लिए रेल मंत्री का पुरस्कार जैसे अन्य अवार्ड भी प्रदान किए। इस साल आरपीएफ के तीन अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुलिस पदक और 43 आरपीएफ कार्मिकों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।


