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कश्मीर को विवादित क्षेत्र माने तो पाकिस्तान 1947 की पूर्व स्थिति पर लौटने को तैयार: बासित

नयी दिल्ली ! भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि यदि भारत समूचे जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र मानने के लिए सहमत हो जाये

कश्मीर को विवादित क्षेत्र माने तो पाकिस्तान 1947 की पूर्व स्थिति पर लौटने को तैयार: बासित
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नयी दिल्ली ! भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि यदि भारत समूचे जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र मानने के लिए सहमत हो जाये ताे पाकिस्तान जम्मू कश्मीर पर वर्ष 1947 से पूर्व की स्थिति पर आने के लिए तैयार है।
श्री बासित ने एक टेलीविजन समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा कि आतंकवाद भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के लिए भी एक बड़ी समस्या हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सरकार से इतर कई तत्व हैं जो भारत अौर पाकिस्तान के बीच सदभाव कायम नहीं होने देना चाहते। लश्करे तैयबा के सरगना हाफिज सईद के मुद्दे पर श्री बासित ने कहा कि सईद को आतंकवाद निरोधक कानून के तहत गिरफ्तार किया है लेकिन यदि भारत उसके खिलाफ ठोस सबूत देने में विलंब कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत हाफिज सईद और मौलाना मसूद अजहर को आतंकवादी मानता है लेकिन वह कुलभूषण यादव के प्रश्न पर मौन बने हुए हैं। हालांकि श्री बासित जेल में बंद लखवी को सभी सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के सवाल पर चुप्पी साध गये। लखवी को जेल में अपनी पत्नी से भी मिलने दिया जाता है और उनके बच्चे भी हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ प्रत्येक मुद्दे पर बातचीत को तैयार है लेकिन मुम्बई आतंकवादी हमले, पठानकोट या उड़ी आतंकी हमले की पूर्व शर्त पर नहीं। इसकी जांच के लिए आवश्यक है कि भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के साथ बैठें और बातचीत करें।
श्री बासित ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच विभिन्न विवादित मुद्दों में से प्रमुख है। हालांकि उन्होंने हुर्रियत नेताओं से संबंधित मुद्दों को उठाने के सवाल पर जवाब नहीं दे सके। उनसे सवाल किया था कि हुर्रियत नेता भारतीय नागरिक हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट है तथा उनके मसलों का समाधान भारत के संविधान के तीत ही हो सकता है तो फिर पाकिस्तान उनके मसले क्यों उठाता है। श्री बासित ने यह स्वीकार किया कि हुर्रियत या किसी तीसरे पक्ष को भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर द्विपक्षीय बातचीत के लिए कोई स्थान नहीं है।


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