प्लेसमेंट एजेंसी के गिरोह का भंडाफोड़,मानव तस्करी के आरोप में दो गिरफ्तार
नई दिल्ली ! नौकरी दिलाने के बहाने मानव तस्करी कर रही प्लेसमेंट एजेंसी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

नई दिल्ली ! नौकरी दिलाने के बहाने मानव तस्करी कर रही प्लेसमेंट एजेंसी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली महिला आयोग की मदद से चलाए गए साझा ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस को यह कामयाबी मिली है, हालांकि मौका देखकर कथित रूप से मानव तस्करी करने वाली दो महिलाएं वहां से फरार हो गई हैं।
आरोपियों की पहचान प्लेसमेंट एजेंसी की मालकिन आरती और मकान मालिक बाबूराज दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने बताया कि प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है, तो वहीं जिस कोठी में यह एजेंसी चल रही थी, उसका मकान मालिक भी पुलिस की गिरफ्त में है। इस बाबत निहाल विहार पुलिस थाने में मामला भी दर्ज करवा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि बुधवार को महिला आयोग के पास दो महिलाएं शिकायत लेकर पहुंची थी, जिसमें से एक झारखंड की रहने वाली थी, तो वहीं दूसरी खुद को पश्चिम बंगाल निवासी बता रही थी।
झारखण्ड निवासी महिला ने बताया कि उसके गांव का एक एजेंट विलेंद्र साहू कुछ महीने पहले ही उसे नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली ले आया, जिसके बाद उसे शकूरपुर स्थित प्लेसमेंट एजेंसी के दफ्तर में रखा।
आरोपियों ने वहां उससे मोबाईल फोन भी छीन लिए और कुछ दिनों बाद पीडि़ता को निहाल विहार स्थित प्लेसमेंट एजेंसी में आरोपी आरती के पास छोड़ दिया। प्लेसमेंट एजेंसी को आरती और उसका पति बाबूराज चलाते हैं।
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि उससे बाबूराज और आरती ने बच्चे पैदा करने के लिए कहा, लेकिन जब पीडि़ता ने मना कर दिया, तो न सिर्फ उसके साथ मारपीट की गई, बल्कि बरातू नाम के एक एजेंट ने महिला के साथ दो दिन तक दुष्कर्म किया। शिकायतकर्ता महिलाओं की मानें तो जिस दफ्तर में इनको कैद करके रखा गया था, वहां इस ऑफिस में 6 अन्य महिलाएं भी कैद थी। एक महिला तो गर्भवती थी और उसके पास छोटा बच्चा भी था। कुछ दिनों पहले मौका देखकर दो लड़कियां वहां से भाग गईं, जिसके बाद महिला आयोग में उन्होंने शिकायत की।


