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कानून के दायरे में रहकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में यकीन : पर्रिकर

नई दिल्ली ! रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि वह अभिव्यक्ति की आजादी में भरोसा रखते हैं, पर यह सब कानूनी दायरे में होना चाहिए।

कानून के दायरे में रहकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में यकीन : पर्रिकर
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नई दिल्ली ! रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि वह अभिव्यक्ति की आजादी में भरोसा रखते हैं, पर यह सब कानूनी दायरे में होना चाहिए। पर्रिकर से जब एबीवीपी के खिलाफ अभियान छेड़ने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "अभिव्यक्ति की आजादी की भी एक सीमा होती है। मैं कानून के दायरे में रहकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास रखता हूं। आप किसी अन्य व्यक्ति के अधिकारों का हनन नहीं कर सकते।"

मंत्री ने हालांकि कहा कि वह किसी खास घटना पर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं।

रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि पर्रिकर की टिप्पणियां 'किसी विशेष मुद्दे के संदर्भ में नहीं' थीं।

इस बीच, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा गुरमेहर कौर ने पिछले सप्ताह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा रामजस कॉलेज में जबरन एक सेमिनार रद्द करवाए जाने के बाद उसके खिलाफ सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू की थी।

इसके बाद गुरमेहर को दुष्कर्म करने और जान से मारने की धमकियां मिली थीं।

एबीवीपी 21 फरवरी को रामजस कॉलेज में आयोजित सेमिनार में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र उमर खालिद को आमंत्रित किए जाने से नाराज थी, जिसे पिछले साल कथित राष्ट्र-विरोधी नारेबाजी करने के जुर्म में हिरासत में लिया गया था।

अगले दिन 22 फरवरी को एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों, शिक्षकों व पत्रकारों की पिटाई का आरोप लगा।

शहीद की बेटी गुरमेहर फिलहाल दिल्ली छोड़कर चंडीगढ़ चली गई हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें फिलहाल अकेली छोड़ दिया जाए। वह जल्द ही लौट आएंगी।


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