एटीएम में गड़बड़ी कर ठगने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे
नई दिल्ली ! बैंक खाता से पैसे कटने के बावजूद एटीएम से पैसे न निकलने के कई मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस के संज्ञान में ऐसा मामला आया है जहां बैंक खाता से पैसे नहीं कटे,

नई दिल्ली ! बैंक खाता से पैसे कटने के बावजूद एटीएम से पैसे न निकलने के कई मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस के संज्ञान में ऐसा मामला आया है जहां बैंक खाता से पैसे नहीं कटे, लेकिन एटीएम से करारे नोट बाहर आ गए। यह भी कोई एक अथवा दो बार नहीं, बल्कि 232 बार ऐसे में बैंक खाते से पैसे काटे बिना एटीएम से पैसे निकाले गए। घटना पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके की है, जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजौरी गार्डन एसीपी एचएसपी सिंह की देखरेख में एसएचओ केशव कुमार की टीम का गठन कर छानबीन शुरू कर दी गई। पूरी टीम ने छानबीन के बाद आरोपी दिनेश कुमार लाल (30) को गिरफ्तार कर लिया, तो वहीं उससे पूछताछ की जा रही है। जिला पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बताया कि राजौरी गार्डन थाने में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से मामले की शिकायत मिली थी, जिसमें एटीएम में तकनीकी रूप से खराबी करके पैसे ठगने की बात का खुलासा हुआ था। मामले के संज्ञान में आने के बाद पुलिस की टीम ने छानबीन शुरू कर दी, जिसमें उस बैंक खातों की पड़ताल की गई, जिसमें ट्रांसजेक्शन फेल हुआ था। इसके साथ ही पुलिस ने कई एटीएम बूथ की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली, जिसके बाद वह सभी बैंक खाते आरोपी दिनेश कुमार व उसके रिश्तेदारों के निकलें, जिसमें से ट्रांसजेक्शन फेल हुआ था। पुलिस ने आरोपी की संलिप्तता की पुष्टिï होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने पिछले छह माह में करीब 22 लाख रुपए की ठगी की है, जिसके लिए 232 बार अलग-अलग बैंक के एटीएम में तकनीकी गड़बड़ी की थी। जिला पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बताया कि आरोपी ने सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी से एमबीए किया हुआ था और एटीएम में पैसे डालने वाली कंपनियों में काम करता था। उसे एटीएम मशीन में पैसे डालने व ऑडिट करने के काम से एटीएम मशीन के कुछ खामियों के बारे में पता लग गया था, जिसका फायदा उठाकर वह ठगी को अंजाम देता था।


