न्यूरो सर्जन डॉक्टर विक्रम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज
डॉक्टर विक्रम सिंह जो न्यूरो सर्जन के पद पर विमहंस हास्पिटल में कार्यरत हैं, जिनके ऊपर इंदिरापुरम थाना में जालसाजी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है

गाजियाबाद। सम्मानित पद पर रहने वाला एक डॉक्टर जब अपनी नैतिकता खो देता है तो फिर समाज के आम नागरिक से क्या अपेक्षा की जा सकती है। जी हां ऐसे ही एक डॉक्टर हैं विक्रम सिंह जो न्यूरो सर्जन के पद पर विमहंस हास्पिटल में कार्यरत हैं। जिनके ऊपर इंदिरापुरम थाना में जालसाजी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिणी दिल्ली निवासी कृपा शंकर मिश्रा ने विमहंस हास्पिटल में कार्यरत न्यूरो सर्जन डॉक्टर विक्रम सिंह भदौरिया से ज्ञानखंड स्थित 330 ज्ञानखंड-1 की एक प्रापर्टी अपनी कंपनी साईं अनंत हेल्थ केयर प्रा़ लि़ के नाम से 28 सितंबर 2017 को ली थी। दोनों लोगों के बीच हुए एग्रीमेंट के अनुसार साईं अनंत हेल्थ केयर प्रा़ लि़ के डायरेक्टर कृपा शंकर ने उक्त प्रापर्टी पर बने जीर्ण- शीर्ण अस्पताल का नव निर्माण कराया और दोनों लोगों की सहमति से उक्त अस्पताल का नाम वेलनेस अस्पताल रखा गया। एग्रीमेंट के अनुसार यह तय हुआ था कि अस्पताल संचालित होने के पश्चात डेढ़ लाख रुपए प्रतिमाह डॉ़ विक्रम को किराया दिया जाएगा और दस वर्ष के लिए यह एग्रीमेंट हुआ था।
नवनिर्मित अस्पताल के संचाालित होने से पहले ही डॉक्टर विक्रम ने अपने साले डॉक्टर हिमांशू चौहान और पत्नी प्राची पुंडीर के साथ राय मशविरा करके, करार का उल्लंघन करते हुए आधा दर्जन से अधिक लोगों को साथ लेकर 6 मई 18 को उक्त निर्माणाधीन अस्पताल पर अवैध रूप से जबरन कब्जा कर लिया और काम करने वालों को मारपीट कर कहीं और भेज दिया गया। लगभग 40 लाख रुपए खर्च करके उक्त अस्पताल को संवारने वाले कृपा शंकर सडक़ पर आ गए और न्याय की आस लेकर दर-दर भटकने लगे लेकिन उन्होंने आशा नहीं छोड़ी और अंतत: कई महीने बाद जाकर गत दिवस धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा न्यूरो सर्जन डॉक्टर विक्रम सिंह भदौरिया और उनकी पत्नी तथा साला सहित आधा दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।


